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यूपी: वाराणसी में आक्रामक जंगली सुअर को ग्रामीणों ने मार डाला, महिला का हाथ काटकर किया था अलग।

यूपी: वाराणसी में आक्रामक जंगली सुअर को ग्रामीणों ने मार डाला, महिला का हाथ काटकर किया था अलग।

                                 विनीत जायसवाल रिपोर्टर।

वाराणसी। चोलापुर के हाजीपुर, गड़सरा, दुमितवां गांव में शुक्रवार को दर्जनों लोगों को काटकर घायल करने वाले जंगली सुअर को शनिवार की सुबह ग्रामीणों ने मार पीटकर घायल कर दिया। उसकी मौत हो गई। वन विभाग की टीम ने मृत सुअर को सारनाथ डियर पार्क में लाकर पशु चिकित्साधिकारी चिरईगांव डा. आरआर चौधरी से पोस्टमार्टम कराकर डियर पार्क में दफन कर दिया। पोस्टमार्टम के अनुसार जंगली सुअर की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई।

वहीं चोलापुर के तीन गांवों में जंगली सुअर ने शुक्रवार को आतंक मचा दिया था। उसे पकडऩे के लिए वन विभाग के वनक्षेत्राधिकारी एके उपाध्याय, अनिल श्रीवास्तव, सूर्यनाथ गुप्ता की टीम ने जाल, बड़ा पिजड़ा लेकर पूरी रात सर्च की। स्वस्थ टीम भी घायलों के उपचार के लिए पहुंची। सीओ पिंडरा अभिषेक पांडेय चौबेपुर, फूलपुर, चोलापुर पुलिस टीम के साथ डटे रहे। शुक्रवार की रात लगभग डेढ़ बजे प्रभागीय वनाधिकारी महावीर कौजालगी मौके पर पहुंचे। पूरी रात टीम को छकाने के बाद सुअर ने शनिवार की सुबह लगभग पांच बजे रौनाखुर्द की 65 वर्षीय कलावती देवी, 50 वर्षीय रमेश मौर्या, गुड्डू कहार 45 वर्ष को अपना शिकार बनाया।

बता दें कि कलावती देवी का तो हाथ काटकर अलग कर दिया। हडिय़ाडीह गांव में शनिवार की सुबह जंगली सुअर ने पुष्पा प्रजापति (16) पर हमलाकर जख्मी कर दिया। गुस्साए ग्रामीणों ने जंगली सुअर को दौड़ा कर मार पीटकर घायल कर दिया। जान बचाने के लिए सुअर रौनाखुर्द गांव में झाड़ी में छिप गया, जहां उसकी मौत हो गई। जंगली सुअर के मारे जाने के बाद आसपास किसी गांव में अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। वहीं गांव में ग्रामीणों के अनुसार लंबे समय से जंगली सुअरों और हिरनों की आवाजाही का क्रम बना रहता था। अब कुछ समय से जंगल कम होने की वजह से जंगली सुअर क्षेत्र में अधिक सक्रिय हो गए और उनका लोगों के बीच आवाजाही और सक्रियता काफी होने की वजह से हमले भी बढ़ने लगे थे।