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यूपी: प्रधानमंत्री पूर्वांंचल एक्सप्रेस-वे जनता को करेंगे समर्पित, एयर स्ट्रिप पर उतरेंगे वायु सेना के विमान।

यूपी: प्रधानमंत्री पूर्वांंचल एक्सप्रेस-वे जनता को करेंगे समर्पित, एयर स्ट्रिप पर उतरेंगे वायु सेना के विमान।


आजमगढ़। लखनऊ से गाजीपुर तक जाने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण को लेकर यूपीडा के मुख्य कार्यपालक व अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी शनिवार को लखनऊ से इसी मार्ग से निरीक्षण करते हुए आजमगढ़ पहुंचे। उन्होंने बताया कि इसी महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक्सप्रेस-वे लोकार्पण करेंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम निर्धारण का प्रस्ताव सीएम कार्यालय से पीएमओ को भेजा गया है। इससे पूर्व जिले में एक्सप्रेस-वे के 83.836 किमी. के अधिकांश हिस्से का स्थलीय निरीक्षण किए।

वहीं अपर मुख्य सचिव गृह ने कहा कि इस बार बारिश कुछ ज्यादा हुई है, जिससे एक्सप्रेस-वे पर कुछ स्थानों पानी लग गया था, जिसे दुरुस्त कराया जा रहा है। इसके अलावा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर सभी जगह बिजली के तार, लाइटें, सिग्नल लगाने का कार्य पूर्ण हो चुका है, लेन मार्किंग कर ली गई है, रोड पर कंप्लीट है। करीब 97 फीसद कार्य पूरा हो गया है। यूपीडी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि सुल्तानपुर में कूड़ेभार में एयर स्ट्रिप को लेकर आज एयर फोर्स के अधिकारियों के साथ भी निरीक्षण किया। इस पर वायु सेना के विमान उतारे जाएंगे।पूर्वांचल के नौ जिलों की बढ़ेगी अर्थिक ताकत : एक्सप्रेस-वे लखनऊ, सुल्तानपुर, अमेठी, अंबेडकरनगर, आजमगढ, मऊ, गाजीपुर, बाराबंकी, अयोध्या (फैजाबाद) को छूती हुई गुजरेगी। 

इसलिए इन जिलों में परिवहन सुगम होने के साथ ही आर्थिक ताकत बढ़ जाएगी। दरअसल, सरकार ने एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक गलियारा बनाने का निर्णय लिया है। सुरक्षा के लिए थानों के निर्माण किए जाने से कारोबार के लिए परिस्थितियां अनुकूल होंगी। 22494.66 करोड़ रुपये लागत वाले एक्सप्रेस-वे की लंबाई 340.824 किमी. है। इस एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक शुरू होते ही पूर्वाचल के लोगों का बड़ा सपना पूरा हो जाएगा। उद्योग- धंधों का मार्ग प्रशस्त होने के साथ ही रोजगार के ढेरों अवसर उपलब्ध होंगे।


पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे में आजमगढ़ की हिस्सेदारी करीब 84 किमी है। यह एक्सप्रेस-वे जिले में गोरखपुर एक्सप्रेस-वे, एनएच-233 को छूते हुए जाएगी। जिले में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे सठियांव, बिजरवा बिलरियागंज, सेहदा, चकिया मुतकल्लीपुर व सोमा अतरौलिया को छूएगा। यही नहीं सरकार औद्योगिक गलियारा भी बनाने जा रही है। किसानों की पांच-पांच एकड़ भूमि चिह्नित की गई है। यहीं से लोग अपनी राह बदलते हुए गंतव्य तक सरपट पहुंच सकेंगे। 


1-प्रदेश का पूर्वी क्षेत्र प्रदेश की राजधानी एवं आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे व यमुना एक्सप्रेस-वे के माध्यम से देश की राजधानी से त्वरित एवं सुगम यातायात के कारीडोर से जुड़ जाएगा।

2-इसके कई हाई-वे से जुड़ने के कारण संपूर्ण प्रदेश का सर्वांगीण विकास होने के साथ ही वाहनों के ईंधन खपत में महत्वपूर्ण बचत होगी और प्रदूषण नियंत्रण भी संभव हो सकेगा।

3-सामाजिक एवं आर्थिक विकास संग कृषि, वाणिज्य, पर्यटन तथा उद्योगों की आय को बढ़ावा मिलेगा।

4-विभिन्न उत्पादन इकाइयों, विकास केंद्रों और कृषि उत्पादन क्षेत्रों को प्रदेश की राजधानी एवं राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने की दिशा में एक औद्योगिक कारिडोर के रूप में प्रयोग हो सकेगा।

5-इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान, मेडिकल संस्थान इत्यादि की स्थापना के अवसर मिल सकेंगे।

6-हैंडलूम उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, भंडारण गृह, मंडी और दुग्ध आधारित उद्योगों की स्थापना में उत्प्रेरक साबित हो सकेगी।

7-पर्यटन उद्योग के विकास को भी पंख लग सकेंगे।