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UP : कानपुर-इटावा हाईवे पर दुकान में बनाते मिले असलहा, छापेमारी में पुलिस पर झोंका फायर
औरैया : कोतवाली सदर पुलिस ने छापेमारी कर बाकरपुर बोहरा के पास कानपुर-इटावा हाईवे किनारे खेतों की ओर अद्र्धनिर्मित दुकान में संचालित हो रही असलहा कारखाने का राजफाश किया है। मंगलवार देर रात छापेमारी के दौरान आरोपितों ने पुलिस पर फायरिंग की। इसमें पुलिस पुलिस कर्मी बाल-बाल बचे। घेरेबंदी करके आरोपितों को दबोचा गया है।
पुलिस अधीक्षक अपर्णा गौतम ने बताया कि सदर कोतवाली उप निरीक्षक सुधीर कुमार भारद्वाज ने मय फोर्स के साथ सूचना के आधार पर दीपाली होटल के सामने बाकरपुर बोहरा गांव के पास हाईवे के किनारे खेतों की ओर अद्र्धनिर्मित दुकानों पर छापेमारी की। कुछ लोगों द्वारा रात में सुनसान का फायदा उठाकर अवैध शस्त्र बनाए जाने की जानकारी मिली थी। छापेमारी में अवैध शस्त्र निर्माण कर रहे दो आरोपित मिले। दबिश के दौरान उन्होंने बचाव के लिए पुलिस टीम पर फायरिंग भी की। इसमें पुलिस बाल-बाल बची। अपर्णा गौतम ने बताया कि राजकुमार उर्फ शुआ तथा शिव शंकर उर्फ कल्लू यादव को घेरेबंदी करके पकड़ा गया है। राजकुमार अशोक नगर बाबरपुर थाना अजीतमल व शिव शंकर गांव जमालीपुर सदर कोतवाली औरैया निवासी है।
गिरफ्तार आरोपितों के कब्जे से भारी मात्रा में अवैध निर्मित व अद्र्धनिर्मित असलहे व उपकरण आदि बरामद हुए हैं। पूछताछ में राजकुमार उर्फ शुआ ने बताया कि वह लोहे के खराद वेल्डिंगका कारीगर है। उसके गुरू स्व. रविन्द्र उर्फ लंगड़ा निवासी खेतूपुर थे। उनसे तमंचे की दस्तकारी सीखी थी। कच्चा माल जिला कानपुर से कबाड़े के भाव खरीदते हैं। शिव शंकर उर्फ कल्लू यादव सहयोगी है। एकांत जगहों पर जाकर अपना डेरा जमाकर काम कर तमंचे बनाते हैं। अपर्णा गौतम का कहना है कि आरोपितों के पास से उपकरण व तैयार किए गए तमंचे बरामद हुए हैं। कानपुर में वह किस कबाड़ी से कच्चा माल खरीदते थे, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। फिलहाल, आरोपितों को कोर्ट से जेल भेजा गया है। इस सफलता पर छापेमारी करने वाली टीम की प्रशंसा भी की गई है।
पुलिस अधीक्षक अपर्णा गौतम ने बताया कि उप निरीक्षक सुधीर कुमार भारद्वाज, प्रशांत कुमार, कालीचरन सहित नौ सदस्यीय टीम ने छापेमारी की थी। आरोपितों द्वारा की गई फायरिंग में टीम बाल-बाल मची। बरामद हुए उपकरणों में शस्त्र बनाने व मरम्मत करने वाला उपकरण समेत पांच तमंचा, दो अधबने तमंचे, शस्त्र बनाने में प्रयुक्त पुर्जे, दो खोखा कारतूस, एक मिस व दो जिंदा कारतूस है।