Health
मऊ : प्रत्येक वर्ष 17 मिलियन लोग स्ट्रोक के शिकार, 60 लाख मौत, 50 लाख स्थायी विकलांग
मऊ। शुक्रवार को विश्व स्ट्रोक दिवस के अवसर पर रोटरी क्लब मऊ व शारदा नारायन हास्पिटल के संयुक्त तत्वाधान में एक जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर रोटरी क्लब के अध्यक्ष व शारदा नारायन हास्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. संजय कुमार सिंह ने कहा कि हर साल 29 अक्टूबर को विश्व स्ट्रोक दिवस मनाया जाता है, ताकि लोगों को स्ट्रोक के लक्षणों के बारे में जागरूक किया जा सके।
इस दिन का उद्देश्य है लोगों को इस बारे में जागरूक करना कि किस तरह खुद को स्ट्रोक से बचाया जा सकता है, ताकि समय पर इलाज हो सके। हर साल 17 मिलियन लोग स्ट्रोक का शिकार होते हैं, जिनमें से 60 लाख लोग मर जाते हैं और 50 लाख स्थायी रूप से विकलांग रह जाते हैं।
इस अवसर पर शारदा नारायन हास्पिटल के न्यूरो सर्जन डाॅ. रूपेश के सिंह ने कहा कि ऐसे कई कारण हैं, जिनकी वजह से स्ट्रोक का जोखिम बढ़ता है, जिनमें अधिक वजन या मोटापा, शारीरिक रूप से निष्क्रियता, काफी शराब पीना, दवाओं का ज्यादा उपयोग, सिगरेट पीना, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह, स्लीप एपनिया, दिल से जुड़े रोग जैसी बीमारियां स्ट्रोक की संभावना को बढ़ा सकती हैं। स्वस्थ आदतें स्ट्रोक के खतरे को भी जरूर कम करती हैं।
कार्यक्रम का संचालन शारदा नारायन हास्पिटल के क्रिटिकल केयर स्पेश्यिलिस्ट डा. सुजीत सिंह ने किया। इस अवसर पर डा. राहुल कुमार, डा. गौतम कुमार, डा. स्निग्धा सोनल, डा. सतीश, डा. गुलाम, मनीष शर्मा, हामिद, आलोक सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।