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वाराणसी : बिना पंजीयन और फिटनेस फेल 38 ई-रिक्शा पुलिस लाइन में सीज, अभियान के वक्त कई चालक मौके से फरार
वाराणसी। शहर में अवैध तरीके से संचालित ई-रिक्शा के खिलाफ परिवहन, यातायात और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए 38 आटो रिक्शा को पुलिस लाइन में सीज कर दिया। ज्यादातर ई-रिक्शा बिना नंबर और फिटनेस फेल थे। ई-रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई से चालकों में अफरा-तफरी मच गई। कई चालक तो ई-रिक्शा छोड़कर भाग गए। ऐसे में यात्रीकर अधिकारी खुद ई-रिक्शा को चलाकर पुलिस लाइन ले गए। फिलहाल परिवहन विभाग में 8600 ई-रिक्शा पंजीकृत है।
बढ़ते प्रदूषण को कम करने और सुगम यातायात के लिए शहर के अंदर ई-रिक्शा को चलने की अनुमति दी गई लेकिन वर्तमान में ये ई-रिक्शा परेशानी का सबब बन गए हैं। शहर में चेकिंग नहीं होने के चलते लोग मनमानी करने लगे। ई-रिक्शा की स्टेयरिंग अप्रशिक्षित चालकों के हाथ में हो गई। वे यातायात नियमों को तोडऩे के साथ बेतरतीब तरीके से सड़क के किनारे खड़ी करने लगे। इनकी मनमानी और लापरवाही के चलते सड़कों पर जाम लगने लगा। मैदागिन, गिरजाघर, गोदौलिया और लहुराबीर मार्ग पर दो कदम चलना मुश्किल हो गया। दिनभर हुई कार्रवाई में संयुक्त टीम ने मैदागिन चौराहे पर 18 तथा रामापुरा क्षेत्र में 20 ई-रिक्शा पकड़कर सीज कर दिया। यात्रीकर अधिकारी कौशलेंद्र यादव ने बताया कि शहर में चलने वाले ज्यादातर ई-रिक्शा बिना पंजीयन के हैं, जिनके पंजीयन है तो उनके फिटेनस और इंश्योरेंस फेल है। कई चालकों के पास पंजीयन के किताब तक नहीं थे। पूछने पर चालक इधर-उधर की बात करते रहे, ऐसे में उन ई-रिक्शा को पुलिस लाइन में सीज कर दिया गया।
शहर में अवैध तरीके से संचालित होने वाले ई-रिक्शा और आटो रिक्शा के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। किसी भी हालत में शहर में अवैध तरीके से ई-रिक्शा और आटो रिक्शा को चलने नहीं दिया जाएगा। संयुक्त टीम एक दिन ई-रिक्शा तो एक दिन आटो रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई करेगी।