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बस्ती : पुलिस के फर्जी मुकदमे से परेशान शख्स अब इंसाफ के लिए पहुंचा प्रभु श्रीराम की शरण में
बस्ती. सदर कोतवाली के भदेश्वरनाथ निवासी सोमनाथ निषाद बस्ती पुलिस से परेशान होकर हाथ में तख्ती और गले में बैनर टांग कर न्याय मांगने भगवान राम के पास बस्ती से पैदल अयोध्या गए हैं. उनका आरोप है कि पुलिस ने उनके ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज किया है. अपने ऊपर दर्ज मुकदमों को वापस लेने के लिए सब का दरवाजा खटखटा चुके हैं, लेकिन उनको कहीं से इंसाफ नहीं मिला तो अब वो इंसाफ मांगने के लिए बस्ती से अयोध्या भगवान राम के पास गए हैं. उनको विश्वास है कि भगवान राम उनके साथ इंसाफ करेंगे.
आप को बता दें पाटीदारों के आपसी विवाद में सोमनाथ निषाद के साथ 7-8 महीने पहले मारपीट हुई थी. जिसमें पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया. सोमनाथ निषाद ने तत्कालीन एसआई दीपक सिंह पर फर्जी मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया. मारपीट के मामले में गंभीर धाराओं समेत गुंडा एक्ट में कार्रवाई की गई. जिसको लेकर सोमनाथ पुनर्विवेचना के लिए लगातार अधिकारियों के चक्कर लगा रहा था और जब उसकी कहीं सुनवाई नहीं हुई तो उसने भगवान राम के शरण में इंसाफ के लिए जाने का फैसला किया। आप को बता दे ये वही एसआई दीपक सिंह है जो एक लड़की और उसके परिजनों पर 8 फर्जी मुकदमें दर्ज कर दिए थे, जिसका सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद संज्ञान लिया था. दीपक सिंह बर्खास्त हुआ, मुकदमा दर्ज हुआ और वो जेल गया. तत्कालीन एसपी हेमराज मीणा पर गाज गिरी. एएसपी और सीओ को भी हटा दिया गया था.
सोमनाथ निषाद ने कहा कि थाना कोतवाली के सोनूपार चौकी इंचार्ज दीपक कुमार सिंह द्वारा फर्जी मुकदमा धारा 308, 323, 325, 504 और गुंडा एक्ट लगाया गया था. मुझसे 20 हज़ार की मांग की गई. मैं गरीब आदमी हूं, पैसा नहीं दे पाया. मैंने इंसाफ के लिए बस्ती डीएम, एसपी, एडीजी और मुखयमंत्री से न्याय की गुहार लगाई. डीएम कार्यालय पर धरना दिया। जिसके बाद 4 दिन की जेल मिली परंतु न्याय नहीं मिला. मैं मुख्यमंत्री काली दास मार्ग लखनऊ में धरने पर बैठा तो मेरा एप्लिकेशन लिया गया परंतु अब तक न्याय नहीं मिला. इसके बाद मैं 10 तारीख को एसपी के पास गया. उन्होंने कहा कि फिर से विवेचना कराई जाएगी. मेरे साथ छल किया जा रहा है. मैं न्याय मांगने बस्ती से पैदल चल कर अयोध्या प्रभु श्रीराम के पास जा रहा हूं, मुझे उम्मीद है भगवान राम अब मेरे साथ न्याय करेंगे.