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लखनऊ जंक्शन पर लगेज सैनिटाइजाइजेशन के नाम पर जबरन वसूली, बोर्ड पर लिखी स्वैच्छिक सेवा पर टेप चिपकाकर कर्मी कर रहे मनमानी
लखनऊ । परिवार के साथ पुष्पक एक्सप्रेस से जा रहे राजेश कुमार जब लखनऊ जंक्शन पहुंचे तो उनको यहां लाल टीशर्ट पहने दो युवकों ने रोक लिया। कहा कि बिना लगेज सैनिटाइज किए स्टेशन के भीतर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके लिए हर नग का 10 रुपये लगेगा। उन्होंने जब कहा कि यह तो स्वैच्छिक सेवा है तो युवक अभद्रता पर उतर आया। छोटे बड़े पांच लगेज के उनसे 50 रुपये वसूल लिए गए। हालांकि राजेश कुमार ने इसकी शिकायत रेलवे से तुरंत ही दर्ज भी करा दी।
कोरोना काल में लगेज को सैनिटाइज करने की व्यवस्था लखनऊ सहित देश के कई रेलवे स्टेशनों पर निजी एजेंसियों को सौंपी गई है। हालांकि नागपुर सहित अन्य स्टेशनों पर यह सेवा स्वैच्छिक ही है। यात्री अपनी मर्जी से लगेज को सैनिटाइज करवाकर 10 रुपये प्रति नग के हिसाब से उसका शुल्क देता है। लेकिन यहीं व्यवस्था लखनऊ जंक्शन पर जब लागू हुई तो स्वैच्छिक की जगह यात्रियों से जबरन वसूली शुरू हो गई है। निजी संस्था ने स्वैच्छिक सेवा का अपना एक बोर्ड लखनऊ जंक्शन के बाहर लगाया। इस पर भी स्वैच्छिक सेवा शब्द के ऊपर टेप लगा दिया गया। जबकि दूसरा बोर्ड प्रवेश हॉल से हटाकर सैनिटाइजर वाले काउंटर पर टेप से लगा दिया गया।
अब निजी फर्म के दो कर्मचारी लाल टीशर्ट पहनकर लखनऊ जंक्शन के प्रवेश हाल के पास ही खड़े हो जाते हैं। वह यात्रियों को भीतर जाने से रोकते हैं। कहते हैं कि लगेज सैनिटाइज किए बिना प्रवेश नहीं मिलेगा। ऐसे में हर यात्री को 20 से 50 रुपये तक सैनिटाइज करने का शुल्क देना पड़ रहा है। रोजाना करीब एक हजार यात्रियों से इस तरह जबरन शुल्क की वसूली हो रही है। इसकी लगातार शिकायतें पूर्वोत्तर रेलवे के कॉमर्शियल विभाग को दर्ज करायी गयी लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है। पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने कहा कि यात्रियों की शिकायत पर रेलवे सख्ती से कार्रवाई करता है। पहले भी जो शिकायत आयी हैं उन मामलों में फर्म के खिलाफ जुर्माना भी लगा है।