केरल । दक्षिण और मध्य केरल के कई इलाकों में शनिवार को भारी बारिश ने काफी तबाही मचाई और कोट्टयम एवं इडुक्की जिलों के सीमावर्ती इलाकों में भूस्खलन के कारण कुछ लोगों के लापता होने की आशंका है. भूस्खलन को देखते हुए राज्य सरकार ने बचाव कार्यों में भारतीय वायुसेना से सहयोग मांगा है. मुख्यमंत्री के कार्यालय ने सूचना दी है कि कोट्टयम जिले के कोट्टीकल में वायुसेना से कोट्टयम एवं इडुक्की के पहाड़ी इलाकों में सहयोग मांगा गया है, जहां भूस्खलन के कारण के कारण कुछ परिवार परेशानियों में फंसे हुए हैं.
अधिकारियों ने कहा कि कोट्टीकल और पेरूवन्थानम के आसपास के इलाकों में भूस्खलन की सूचना है और ये दोनों इलाके क्रमश: कोट्टयम एवं इडुक्की जिलों में पड़ते हैं. उन्होंने कहा कि इन घटनाओं में कम से कम दस लोगों के लापता होने की आशंका है. रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि केरल में तैनात भारतीय वायुसेना और थल सेना वहां अलर्ट पर है.
बयान में प्रवक्ता ने कहा, ‘‘आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एमआई- 17 और सारंग हेलीकॉप्टर तैनात हैं. केरल में मौसम की स्थिति को देखते हुए वायुसेना की दक्षिणी कमान के सभी अड्डों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.’’ इससे पहले सहयोग एवं पंजीकरण मंत्री वी. एन. वासवन ने कहा कि कोट्टयम जिले में कम से कम तीन घर बह गए और दस लोगों के लापता होने की आशंका है.
उन्होंने कहा कि वायुसेना और थल सेना के अधिकारियों की राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक जारी है. मंत्री ने कहा, ‘‘कोट्टयम जिले के विभिन्न हिस्सों से कम से कम चार भूस्खलन की घटनाओं की सूचना है. हमने वायुसेना से सहयोग मांगा है ताकि कोट्टीकल इलाके में फंसे लोगों को बचाया जा सके. हमें कुछ लोगों के लापता होने की सूचना है और 60 से अधिक लोग बचाव कार्य का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि पानी घरों में घुस गया है.’’
राज्य में शुक्रवार की रात से भारी बारिश के कारण कोट्टयम एवं पथनमथिट्टा सबसे बुरी तरह प्रभावित जिले हैं. सोशल मीडिया पर कोट्टयम जिले के विभिन्न हिस्सों से वीडियो सामने आए हैं. इसमें एक वीडियो में केएसआरटीसी का बस बाढ़ के पानी में फंसा है और स्थानीय लोग इसमें से यात्रियों को बाहर निकाल रहे हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया, ‘‘पथनमथिट्टा, इडुक्की, अलप्पुझा, एर्णाकुलम और कोट्टयम में एनडीआरएफ की छह टीमें तैनात हैं. तिरूवनंतपुरम और कोट्टयम जिलों में सेना की दो टीम को तैनात करने का निर्देश दिया गया है. आपातकालीन स्थितियों में वायुसेना को तैयार रहने के लिए आग्रह किया गया है.’’