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वसूली कांड में 12 घंटे तक चली पूछताछ, आधी रात को अनिल देशमुख को ED ने कर लिया गिरफ्तार
नई दिल्ली । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राज्य पुलिस प्रतिष्ठान में कथित जबरन वसूली रैकेट से जुड़े धनशोधन मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख से 12 घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने दावा किया है कि वरिष्ठ एनसीपी नेता पूछताछ के दौरान टालमटोल कर रहे थे। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें मंगलवार को यहां अदालत में पेश करने के बाद एजेंसी उनकी हिरासत की मांग करेगी।
सूत्रों ने कहा कि एनसीपी नेता दक्षिण मुंबई के बलार्ड एस्टेट इलाके में ईडी कार्यालय में अपने वकील और सहयोगियों के साथ सुबह करीब 11:40 बजे पहुंचे और बीच में कुछ ब्रेक देने के बाद उनके लगातार पूछताछ की जाती रही।
बॉम्बे उच्च न्यायालय द्वारा पिछले सप्ताह अपने खिलाफ जारी समन को रद्द करने से इनकार करने के बाद देशमुख एजेंसी के समक्ष पेश हुए। उन्होंने ईडी के ऐसे कम से कम पांच नोटिस को नजरअंदाज कर दिया था।
देशमुख और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला तब सामने आया जब सीबीआई ने उन पर मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा किए गए कम से कम 100 करोड़ रुपये की रिश्वत के आरोपों से संबंधित भ्रष्टाचार के मामले में मामला दर्ज किया था।
इससे पहले मुंबई की स्थानीय अदालत ने सोमवार को वसूली मामले में बर्खास्त सहायक पुलिस निरीक्षक)(एपीआई) सचिन वाझे को छह नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेजने को मंजूरी दे दी। उनके खिलाफ मुंबई के उपनगर गोरेगांव में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई है। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने सोमवार को वाझे को अपनी हिरासत में लिया था। पुलिस ने यह कार्रवाई बिल्डर सह होटल मालिक विमल अग्रवाल की शिकायत पर की है, जिसमें मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह भी आरोपी हैं।
(एनआईए) ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के नजदीक विस्फोटकों से भरी कार बरामद होने और मनसुख हिरन की हत्या मामले में इस साल मार्च में गिरफ्तार किया था और तब से वह न्यायिक हिरासत के तहत जेल में है। अपराध शाखा ने वाजे को मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया और उसकी 10 दिन की हिरासत देने का अनुरोध किया। अपराध शाखा की ओर से पेश विशेष लोक अभियोजक शेखर जगताप ने अदालत को बताया कि वाझे वसूली की गतिविधि में शामिल था और रंगदारी नहीं देने पर कारोबारियों को मुदकमे दर्ज करने की धमकी दी थी।