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यूपी: 14 दिसंबर को दो सौ महापौर आएंगे वाराणसी, शहरों में कार्यों पर रुद्राक्ष में होगा व्याख्यान।

यूपी: 14 दिसंबर को दो सौ महापौर आएंगे वाराणसी, शहरों में कार्यों पर रुद्राक्ष में होगा व्याख्यान।


वाराणसी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर मंदिर विस्तारीकरण व सुंदरीकरण योजना को आमजन को समर्पित होने के बाद बनारस में महापौर सम्मेलन होगा। इसकी तारीख निर्धारित कर दी गई है। 14 दिसंबर को रुद्राक्ष सम्मेलन केंद्र में आयोजन किया जाएगा। इसमें देश भर से दो सौ महापौर शामिल होंगे जो अपने- अपने शहरों में हेरिटेज को लेकर हुए कार्यों पर व्याख्यान देंगे।

वहीं इसे संपन्न कराने के संबंध में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी का पत्र जिला प्रशासन को मिल गया है। उन्होंने अवगत कराया है कि सम्मेलन को सफल बनाने के लिए केंद्रीय शहरी विकास एवं आवासन मंत्रालय से भी सहयोग के लिए अपेक्षा की गई है। निर्देशित किया है।

बता दें कि 14 दिसंबर को निर्धारित कार्यक्रम को व्यापक रूप से सफल बनाने के लिए अपने विभाग से संबंधित कार्य को शीर्ष प्राथमिकता दें। इस आधार पर सुरक्षित वातावरण में महापौरों का सम्मेलन संपन्न कराने के लिए कार्ययोजना तैयार करा लें जिसे 23 नंवबर की दोपहर तक शासन को उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराएं।

वहीं अपर मुख्य सचिव गृह के निर्देश के क्रम में नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने सोमवार को कैंप कार्यालय में मातहतों के साथ बैठक की। उन्होंने अफसरों को बताया कि 13 दिसंबर से ही महापौरों का बनारस में आना प्रारंभ हो जाएगा। अधिकतर महापौर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण समारोह में शामिल होंगे। दूसरे दिन 14 दिसंबर को सम्मेलन होगा। 

वहीं इसके लिए रुद्राक्ष सम्मेलन केंद्र आरक्षित कर दिया गया है। दोपहर तीन से शाम पांच बजे तक सेमिनार चलेगा। उन्होंने महापौरों के ठहरने, खाने-पीने से लेकर काशी व आसपास के पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराने की व्यवस्था करने के लिए अफसरों को नामित किया।

बता दें कि परिवहन की बेहतरीन सुविधा के लिए सचेत किया। साथ में महापौरों के दल को जरूरी जानकारी देने व उनकी सुविधाओं का ख्याल रखने के लिए लाइजनर आफिसर नियुक्त करने का निर्देश दिया। सम्मेलन से पहले नगर में विशेष सफाई अभियान चलाने के लिए कहा। लाइटिंग व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए आदेशित किया। 

बता दें कि भव्य काशी, दिव्य काशी, चलो काशी अभियान के तहत महापौरों के सम्मेलन को लेकर जो प्रारंभिक कार्यक्रम बनाया गया था उसकी तिथि 16 दिसंबर तय की गई थी लेकिन 18 नवंबर को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक में तिथि बदल कर 14 दिसंबर कर दी गई है।