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यूपी: वाराणसी में इस बार अंकित तिवारी और अंकित बत्रा मिलकर गंगा महोत्सव में बहाएंगे सुरधारा,17 नवंबर से होगा आरंभ।  .

यूपी: वाराणसी में इस बार अंकित तिवारी और अंकित बत्रा मिलकर गंगा महोत्सव में बहाएंगे सुरधारा,17 नवंबर से होगा आरंभ। .


वाराणसी। गंगा तट पर नृत्य और संगीत का उत्सव गंगा महोत्सव इस बार चार दिनी होगा। इसका शुभांरभ 17 नवंबर से हो रहा है। वहीं समापन 20 नवंबर को होगा। इस बार गंगा महोत्सव का आयोजन राजघाट पर किया जाएगा। महोत्सव में इस बार तीन बड़े कलाकार शिरकत करेंगे तो वहीं कई स्थानीय कलाकारों को भी मंच मिलेगा। गत वर्ष कोरोना महामारी के कारण गंगा महोत्सव का आयोजन नहीं हो सका था। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव ने बताया कि गंगा महोत्सव की तैयारी पूरी हो गई है। 

वहीं महोत्सव के पहले दिन 17 नवंबर को विश्वमोहन भट्ट और दिल्ली के मलिक ब्रदर्स, दूसरे दिन 18 नवंबर को अंकित बत्रा और कबीर कैफे, तीसरे दिन 19 नवंबर को अंकित तिवारी अपनी प्रस्तुति देंगे। वहीं 20 नवंबर को समापन समारोह में स्थानीय कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा। काशी के इस खास पर्व में नामचीन कलाकारों के साथ-साथ स्थानीय कलाकारों को भी मंच मिलता है। यह त्योहार नृत्य और संगीत को बढ़ावा देता है।


1. 17 नवंबर -उद्घाटन सत्र, पद्मभूषण विश्वमोहन भट्ट, दिल्ली के मलिक ब्रदर्स।
2. 18 नवंबर -अंकित बत्रा, कबीर कैफे दल।
3. 19 नवंबर- अंकित तिवारी।
4. 20 नवंबर - समापन सत्र (कलाकारों का सम्मान)। 

वहीं दूसरी तरफ देव दीपावली महोत्सव के लिए रविवार को गंगा सेवा निधि के पदाधिकारियों की बैठक रथयात्रा स्थित नंदन भवन में हुई। इसमें दशाश्वमेध घाट पर भव्य फूल मालाओं की लड़ियों से सजावट व दीपों से इंडिया गेट की आकृति, मां गंगा की भव्य महाआरती के लिए विचार विमर्श हुआ। बैठक में अध्यक्ष सुशांत मिश्र, त्रिपुरारी शंकर, श्यामलाल सिंह, सचिव सुरजीत सिंह, पंकज अग्रवाल, आशीष तिवारी, हनुमान यादव, इंदु शेखर शर्मा थे।

वहीं अयोध्या में दीपोत्सव के बाद काशी में देव दीपावली का रंग भी चटख होने जा रहा है। विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन के साथ-साथ इस बार हाट एयर बैलून फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इसके माध्यम से सैलानी आकाश से देव दीपावली के भव्य नयनाभिराम झांकी का नजारा देख सकेंगे। इसकी तैयारी जोरों पर चल रही है। रविवार से इसका ट्रायल भी शुरु हो गया है। गंगा उस पार रेती पर सुबह छह बजे स्काई वाट्ज कंपनी के कर्मचारियों ने बैलून से उड़ान भरकर ट्रायल किया। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि मुख्य आयोजन के दिन हवा का रूख जिस ओर होगा उस रूट को फाइनल किया जाएगा।