नई दिल्ली । ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खबर है. रेलवे पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) अगले सात दिनों के लिए रात में छह घंटे के लिए बंद रहेगी. रेल मंत्रालय ने इसकी घोषणा की है. यह कदम प्रणाली के डेटा, नई ट्रेन संख्या और अन्य कार्यों केअपग्रेडेशन के लिए है. यह गतिविधि 14 और 15 नवंबर की मध्यरात्रि से 20 और 21 नवंबर की रात तक चलेगी.
रेलवे ने कहा कि चूंकि सभी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में बड़ी मात्रा में पुरानी ट्रेन संख्या और वर्तमान यात्री बुकिंग डेटा को अपडेट किया जाना है, इसलिए इसे सावधानीपूर्वक श्रृंखलाबद्ध चरणों में करने की योजना बनायी गई है. इसके चलते टिकटिंग सेवाओं पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए इस कार्य को रात के घंटों के दौरान किया जाएगा.
इन 6 घंटों के दौरान, कोई भी पीआरएस सेवाएं जैसे टिकट आरक्षण, वर्तमान बुकिंग, रद्दीकरण, पूछताछ सेवाएं आदि उपलब्ध नहीं होंगी.
इस अवधि के दौरान रेल कर्मी प्रभावित समय के दौरान ट्रेनों को शुरू करने के लिए अग्रिम चार्टिंग सुनिश्चित करेंगे. पीआरएस सेवाओं को छोड़कर, 139 सेवाओं सहित अन्य सभी पूछताछ सेवाएं निर्बाध रूप से जारी रहेंगी.
दक्षिण पश्चिम रेलवे की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह सिस्टम डेटा के अपग्रेडेशन और नई ट्रेन संख्या आदि के अपडेटिंग को सक्षम करने के लिए है. चूंकि सभी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में बड़ी मात्रा में अतीत (पुरानी ट्रेन संख्या) और वर्तमान यात्री बुकिंग डेटा अपडेट किया जाना है, इसलिए इसे सावधानीपूर्वक कैलिब्रेटेड चरणों की एक श्रृंखला में नियोजित किया जा रहा है और रात के घंटों के दौरान लागू किया जा रहा है ताकि प्रभाव को कम किया जा सके.
भारतीय रेल द्वारा वर्तमान में चलाई जा रही पूर्व मध्य रेल की नियमित मेल/एक्सप्रेस और त्योहार स्पेशल ट्रेनों के लिए ‘स्पेशल ट्रेन’ का दर्जा तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का निर्णय लिया गया है. वर्तमान में जिन ट्रेनों के सामान्य श्रेणी में आरक्षण की व्यवस्था है, वह यथावत् जारी रहेगी.
इसके साथ ही ट्रेनों के जो कोच पहले अनारक्षित घोषित किए गए थे, वह अभी भी अनारक्षित ही बने रहेंगे. जो यात्री पहले से ही अपनी यात्रा के लिए टिकट खरीद चुके हैं, उन यात्रियों से न तो किराए का अंतर लिया जाएगा और न ही किसी प्रकार की धन वापसी होगी.