आजमगढ़: जिले के गंभीरपुर थाना प्रभारी को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि मनीष राय हत्याकांड में जेल से छूटे पंकज मिश्र अपराधियों के साथ मिलकर मृतक मनीष राय के पिता सुरेंद्र नाथ राय व भाई अमरीश राय की गोली मारकर हत्या करने की साजिश रच रहे हैं. जिसपर गंभीरपुर पुलिस टीम ने घेराबंदी करके पंकज मिश्र को सुबह साढ़े 6 बजे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अभियुक्त के पास से तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद हुआ है.
पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त पंकज मिश्र ने बताया कि मनीष राय की गोली मारकर हत्या हुई थी. जिसमें धारा 147/148/149/506/352/302/34/120-b अधिनियम 7 थाना गंभीरपुर बनाम कृष्णा राय है.
जौनपुर जेल में बंद दीपक राय से मिलने अखंड प्रताप राय उर्फ छवि राय के साथ गया था और मुकदमे के वादी सुरेंद्र नाथ राय व उनके लड़के अमरीश राय (गवाह) की हत्या की प्लानिंग बना ली थी.
उनके ही गांव के अनुज राय उर्फ गोलू पुत्र महेंद्र राय, अखंड प्रताप राय उर्फ छवि राय पुत्र गुरु प्रसाद राय गोली मारने के लिए शार्प शूटर योगेश सिंह उर्फ गोलू पुत्र शरद कुमार सिंह निवासी बहेड़ा थाना केराकत जिला जौनपुर के साथ योजना बना रहे थे कि पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
प्रभारी निरीक्षक गंभीरपुर व स्वाट टीम ने गिरफ्तार अभियुक्त पंकज मिश्र से पूछताछ के आधार पर उपरोक्त अपराधियों की तलाशी के दौरान बहादुरपुर मोड़, नहर पुलिस के पास मोटरसाइकिल सवार को रोकने का इशारा करने पर पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए भागने लगे. जिसमें पीछे बैठा एक बदमाश की पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ फायरिंग में एक बदमाश के दाहिने पैर में गोली लगी जिससे वह घायल हो गया.
घायल बदमाश की पहचान योगेश सिंह उर्फ गोलू पुत्र शरद कुमार सिंह निवासी बहेड़ा थाना केराकत जिला जौनपुर के रूप में की गई. गिरफ्तार बदमाश के पास से 01 अदद तमंचा, 315 बोर, 2 खोखा कारतूस, 1 जिंदा कारतूस और 1 मोबाइल बरामद हुआ है. घायल बदमाश को इलाज के लिए सदर अस्पताल आजमगढ़ में भर्ती कराया गया है.पुलिस की तहकीकात में इस साजिश में 5 लोगों का नाम सामने आया है. जिसमें से 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
जिसमें से एक शूटर और दुसरा साजिश में शामिल था. अभियुक्त दीपक राय जेल में है और बाकी दो लोग फरार है. इनकी भी पुलिस के द्वारा तलाशी की जा रही है. इस घटना में और कितने शामिल हैं उनका पता लगाया जा रहा है. पूरी घटना के संबंध में थाना गंभीरपुर पर अभियोग पंजीकृत है. एसओजी टीम और उनके साथ-साथ गंभीरपुर पुलिस जिनके द्वारा सक्रियता दिखाते हुए इस घटना को होने से पहले ही अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है.