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बिहार: वायु प्रदूषण के मामले में पटना से भी बदतर हुआ मुजफ्फरपुर शहर की स्थिति। .

बिहार: वायु प्रदूषण के मामले में पटना से भी बदतर हुआ मुजफ्फरपुर शहर की स्थिति। .


बिहार। मुजफ्फरपुर में प्रदूषण का ग्राफ आठ दिन बाद दूसरे दिन आरेंज जोन से ऊपर रेड जोन में पहुंचा। पटना व गया से ज्यादा यहां वायु प्रदूषण रहा। सेंट्रल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को प्रदूषण का ग्राफ 343 एक्यूआइ पर जाकर ठहरा। पिछले चार दिनों से लगातार यह ऊपर-नीचे चल रहा है। बुधवार को प्रदूषण का ग्राफ 254 पर जाकर थमा था। 

वहीं गुरुवार से शुरू हुआ इजाफा शुक्रवार तक जारी रहा। मंगलवार को पटना का एक्यूआइ 297, गया का 170 व मुजफ्फरपुर का एक्यूआइ 297 पर पहुंचा। वहीं बुधवार की बात करें तो मुजफ्फरपुर का एक्यूआइ 254, पटना का 271 और गया का एक्यूआइ 174 पर जाकर थमा। गुरुवार को पटना का एक्यूआइ 277, मुजफ्फरपुर का 306 व गया का 188 एक्यूआइ रहा। 

वहीं शुक्रवार को पटना का एक्यूआइ 297, गया का 180 और मुजफ्फरपुर का एक्यूआइ 343 पर जाकर ठहरा। प्रदूषण बढऩे के साथ ब्रह्मïपुरा, मिठनपुरा, कंपनीबाग, बेला, बैरिया, सिकन्दरपुर इलाके में सड़क पर सुबह में राख भी दिखाई दी। 

बता दें कि मेडिसिन विशेषज्ञ डा.कमलेश तिवारी ने बताया कि प्रदूषण बढऩे से लोगों में सुबह में सांस लेने में परेशानी की शिकायत मिल रही है। आम लोगों से अपील की कि वह मास्क का उपयोग करें। कचरे को इधर-उधर नहीं जलाएं। शहर में जाम भी प्रदूषण को बढ़ावा देने में सहायक हो रहा है। प्रशासन की ओर से सड़क पर उड़ रहे धूलकण को रोकने, पुराने धुआं देने वाले वाहन को सड़क से हटाने व जाम को कम करने के उपाय होने चाहिए।

वहीं शून्य से 50 के बीच एक्यूआइ अच्छा, 51 से 100 संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 बहुत खराब और 401 से 500 के बीच को गंभीर श्रेणी में माना जाता है।