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गोहाना: प्रदूषण कम करने को नप ने पेड़ों और सड़कों पर छिड़का पानी। .

गोहाना: प्रदूषण कम करने को नप ने पेड़ों और सड़कों पर छिड़का पानी। .


गोहाना। पिछले दिनों से प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है। इससे लोगों को परेशानी हो रही है। नगर परिषद (नप) ने सोमवार को गोहाना में सड़कों और किनारे पर लगे पेड़ों पर पानी का छिड़काव करवाया है। पानी का छिड़काव करने से धूल कम होगी और प्रदूषण से राहत मिलेगी। वहीं एसडीएम आशीष वशिष्ठ ने नगर परिषद, पंचायत विभाग और कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारियों को क्षेत्र में धूल और पराली जलाने पर अंकुश लगाने को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

वहीं दीपावली के बाद से गोहाना में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है। एक सप्ताह से आसमान में धूल और धुएं का गुब्बार छाया है। प्रदूषण के चलते कई दिन से सूर्यदेव के दर्शन ठीक से नहीं हुए हैं। वायु गुणवत्ता और हालात को ध्यान में रखते हुए प्रदूषण को कम करने के लिए प्रशासन ने जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। नगर परिषद ने गोहाना में सभी प्रमुख मार्गों और सड़कों के साथ पेड़ों पर पानी का छिड़काव शुरू कर दिया है। 

बता दें कि अधिकारियों के अनुसार जब तक स्थिति नियंत्रण में नहीं आएगी तब तक रोजाना पानी का छिड़काव करवाया जाएगा। नगर परिषद के अधिकारियों ने गोहाना में भवन निर्माण सामग्री रखने वाले दुकानदारों को भी हिदायत दी कि वे भी रोजाना सामग्री पर दो बार पानी का छिड़काव करें। पराली जलाने वाले पर करें सख्त कार्रवाई। 

वहीं एसडीएम आशीष वशिष्ठ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) की हिदायतों को ध्यान में रखें और उसकी के अनुसार काम करें। लोगों से भी नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करवाएं। उन्होंने कहा कि प्रदूषण फैलाने वाले लोगों से सख्ती से निपटा जाए। अगर कोई व्यक्ति आनाकानी करे तो उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों पर विशेष नजर रखी जाए। अगर काई किसान पराली जलाता मिले तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने नगर परिषद के अधिकारियों को सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा। 

वहीं प्रदूषण का स्तर बढ़ने से अस्पतालों में दमा और सांस की बीमारियों से पीड़ित रोगियों की संख्या बढ़ गई है। बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कालेज के अस्पताल में इन दिनों रोजाना करीब 50 से अधिक मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। चिकित्सक मरीजों को दवा देने के साथ उन्हें मौसम ठीक होने तक घरों से कम निकलने की सलाह दे रहे हैं।