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हरियाणा: मानव जीवन में जहर घोल रही शहर की अव्यवस्थित यातायात की पूरी व्यवस्था।
हरियाणा। पुलिस व परिवहन विभाग की अनदेखी के चलते शहर में अव्यवस्थित हुई यातायात व्यवस्था से शहर की आबोहवा बदल रही है। यहां नियम-कायदों को ताक पर रख सड़क किनारे खड़े वाहनों के चालकों के खिलाफ न तो कार्रवाई की जाती है और न ही चालकों को नियम कायदे सिखाने की जहमत उठाई जाती है। इसी का नतीजा है कि शहर के लोगों को दिन-भर जाम का सामना करना पड़ रहा है। वाहनों से निकलने वाला धुआं वातावरण में घुलने से शहर की आबोहवा भी जहरीली होने लगी है। ऐसे में दुकानदारों का सांस लेना भी मुश्किल बना हुआ है।
वहीं यहां की स्थानीय पुलिस भी यातायात व्यवस्था सुधारने के लिहाज से शहर के अस्थायी बस स्टैंड पर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए, लेकिन शहर के बाजार में लगने वाले जाम को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी तय करना भूल गए। जब पुलिस की गाड़ी इन बाजारों से गुजरती है तो भीड़-भाड़ वाले बाजार में सड़क किनारे खड़े वाहनों को हटाने की अनदेखी कर देती है। इसके चलते एक ओर जहां शहर की यातायात व्यवस्था चौपट हो चली है।
वहीं व्यस्त बाजारों में ट्रैफिक जाम आम समस्या बन गई है। बेतरतीब खड़े वाहनों के चालकों को न तो पुलिस का खौफ है और न ही परिवहन विभाग के चालान का डर। करीब 15 हजार की आबादी वाला यह शहर यातायात के बोझ तले दबता जा रहा है। उच्चाधिकारियों के आने पर ही हटाते हैं वाहन: दुकानदारों का कहना है कि यहां आने वाले प्रदेशस्तरीय नेताओं या पुलिस उच्चाधिकारियों के आने के दौरान ही मुख्य चौराहों व बाजार से बेतरतीब खड़े वाहनों को पुलिसकर्मी जरूर हटाते नजर आते है।
बता दें कि लेकिन यहां हर दिन होने वाली अनियंत्रित यातायात व्यवस्था कि ओर किसी का ध्यान नहीं जाता है। वाहन चालक भी बेपरवाह: बिगड़ती यातायात व्यवस्था के लिए चालक भी जिम्मेदार हैं। वे भी नियम कायदों को दरकिनार कर मनमर्जी से वाहन चलाते हैं। सामान की खरीदारी करने के लिए अपने वाहन को भी सड़क पर ही खड़ा कर देते हैं। कई बार युवा तेजी से बाइक भगाते हैं, इसका नतीजा दुर्घटना ही निकलता है। इसलिए लोगों को भी सावधानी रखने की जरूरत है। जुर्माने का प्रविधान: यातायात का उल्लंघन करने पर जुर्माने का भी प्रविधान किया हुआ है।
वहीं विभाग के अनुसार बिना लाइसेंस व अवयस्क द्वारा ड्राइविग करने पर परिवहन-अपरिवहन पर बिना रजिस्ट्रेशन दोपहिया वाहन चालक पर तथा तिपहिया और चौपहिया वाहन पर और बिना इंडिकेटर दिए मुड़ने पर अलग-अलग जुर्माना राशि तय की गई है। अतिक्रमण भी बना है रोड़ा: मुख्य बाजार से गुजरने वाले सड़क मार्गों के दोनों ओर करीब बीस-बीस फीट से अधिक जगह बची हुई है। इससे बाजार में खरीदारी करते समय चालक अपने वाहन को इस जगह पर आसानी से खड़ा कर सकता है।
लेकिन इस जगह पर रेहड़ी वालों ने अपना कब्जा जमा लिया है। इससे मजबूरन चालकों को अपना वाहन सड़क पर ही खड़ा करना पड़ता है, जिससे जाम की स्थिति बन जाती है। शहर के दुकानदारों ने जिला पुलिस कप्तान से गुहार लगाकर शहर की यातायात व्यवस्था को व्यवस्थित करने की मांग की है। ताकि वाहनों से निकलने वाले विषैले धुएं से उन्हें निजात मिल सके।