HIMACHAL PRADESH
हिमाचल प्रदेश: हमीरपुर में कर्मचारी चयन आयोग एचपीएसएससी में हजारों अभ्यर्थियों ने भाषा अध्यापक के नौ पदों के लिए दी लिखित परीक्षा। .
हिमाचल प्रदेश। हमीरपुर में कर्मचारी चयन आयोग एचपीएसएससी हमीरपुर की ओर से प्रात:कालीन सत्र में भाषा अध्यापक के नौ पदों के लिए एलटी लिखित परीक्षा प्रदेश के चार जोन में रविवार को आयोजित की गई। लिखित परीक्षा के लिए प्रदेश भर में 21 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों में खासा उत्साह देखने को मिला। वहीं, सायंकालीन सत्र में स्टेनो टाइपिस्ट परीक्षा को लेकर प्रदेश के चार जोन में 16 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इस परीक्षा में 3666 परीक्षार्थी अपीयर हुए।
वहीं आयोग की ओर से भाषा अध्यापक पोस्ट कोड 919 के पदों को भरने के लिए 4901 अभ्यर्थियों को काल लेटर जारी किए गए थे। लिखित परीक्षा प्रदेश के हमीरपुर, धर्मशाला, मंडी व शिमला जोन मुख्यालयों के 21 सेंटरों में सुबह 10 से 12 बजे तक आयोजित की गई। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल हमीरपुर परीक्षा केंद्र में भाषा अध्यापक की लिखित परीक्षा के लिए 400 अभ्यर्थियों को काल लेटर जारी किए गए थे। इनमें से 254 अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचे। परीक्षा में 146 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे । अभ्यर्थियों को परीक्षा से एक घंटा पहले पहुंचने के निर्देश थे। परीक्षा को लेकर स्कूल में पुख्ता प्रबंध किए गए थे।
बता दें कि वहीं इस संदर्भ में हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के सचिव डा. जितेंद्र कंवर ने बताया कि सुबह के सत्र में भाषा अध्यापक के नौ पदों के लिए 21 केंद्रों में 4901 अभ्यर्थी अपीयर हुए। सायंकालीन सत्र में स्टेनो टाइपिस्ट परीक्षा को लेकर प्रदेश के चार जोन में 16 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इस परीक्षा में 3666 परीक्षार्थी अपीयर हुए। दोनों परीक्षाएं कोविड एसओपी के नियमों के तहत ली गई।
वहीं दूसरी तरफ़ हिमाचल प्रदेश अनुबंध नियमित कर्मचारी महासंघ जिला हमीरपुर के अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार तथा जिला महासचिव अनिल बरबाल ने जेसीसी बैठक में मुख्यमंत्री की ओर से मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनाने का स्वागत किया है।
वहीं दूसरी तरफ संघ का कहना है कि 2008 के बाद कांट्रेक्ट पर नियुक्त आरएडंपी रूल्स के अंतर्गत जो भी कर्मचारी हैं उन्हें नियुक्ति की तिथि से वरिष्ठता प्रदान की जाए। संघ का मानना है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपने कार्यकाल में हमारी इस मांग को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि वरिष्ठता हमारा अधिकार है यह कोई कर्मचारी की मांग नहीं है यह उनकी गरिमा और गौरव का प्रश्न है।