Madhya Pradesh
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मध्य प्रदेश: पूरी क्षमता के साथ अब खुलेंगे स्कूल, जल्द जारी होगे आदेश।
मध्य प्रदेश। सरकार ने कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बाद मंगलवार से सौ फीसद क्षमता के साथ स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। इस संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने भी निर्देश दे दिए हैं। साथ ही, आनलाइन कक्षाएं बंद करने के लिए भी कहा गया है। स्कूल शिक्षा विभाग गाइडलाइन के साथ आदेश जारी करेगा। यद्यपि अभिभावक अभी इसके लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं। अभिभावकों की मांग है कि आनलाइन व आफलाइन दोनों मोड में कक्षाएं संचालित की जाएं तथा बच्चों के लिए टीका आने और उन्हें लग जाने तक आनलाइन कक्षा का विकल्प भी खुला रखा जाए।
वहीं सोमवार को भोपाल में मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हमने अभी भी राज्य में कोविड सैंपल लेने बंद नहीं किए हैं। सरकार पूरी तरह से जागरूक है। राज्य के हर कोने पर सरकार की निगाह है। दवाइयों, आक्सीजन, वैक्सीन की व्यवस्था है। बच्चों में अब तक कोविड संक्रमण के मामले देखने में नहीं आए हैं
बता दें कि स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार इंदरसिंह परमार ने बच्चों से नियमित रूप से स्कूल जाने की अपील की है। इसके लिए राज्यमंत्री ने वीडियो संदेश जारी किया है। इसमें हाईस्कूल व हायर सेकंडरी परीक्षा फरवरी-मार्च 2022 में आयोजित होने की जानकारी देते हुए कहा कि परीक्षा में समय कम बचा है, इसलिए पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। वहीं, अभिभावकों से भी बच्चों को स्कूल भेजने के लिए कहा है। राज्यमंत्री ने कहा कि कोरोनाकाल में परिस्थितियां खराब थीं, इसलिए आनलाइन पढ़ाई की इजाजत दी गई थी। अब स्थिति ठीक है।
वहीं दूसरी तरफ भोपाल में जेपी अस्पताल के रेडियोलाजिस्ट डा. राजेंद्र गुप्ता की पत्नी रुश्मि गुप्ता का गुरुवार की रात कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया था। वह 55 साल की थीं। डा. गुप्ता और उनकी पत्नी दोनों 15 नवंबर को कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था। डा. गुप्ता की हालत तो शुरू से ठीक थी, लेकिन पत्नी की हालत लगातार बिगड़ रही थी। बुधवार को उन्हें सांस में तकलीफ बढ़ी तो वेंटिलेटर पर रखा गया था।
वहीं डाक्टरों ने बताया कि पति-पत्नी दोनों को कोरोना से सुरक्षा देने वाले टीके की दोनों डोज लगी थीं। रश्मि गुप्ता को पहले से दूसरी बीमारियां भी थीं। रश्मि गुप्ता के माता-पिता भी कोरोना से संक्रमित हैं। भोपाल में चार महीने के भीतर कोरोना से यह तीसरी मौत है। इसके पहले 15 जुलाई और 26 अक्टूबर को भी कोरोना से एक एक मरीज की मौत हो गई थी।