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मुंबई: पूरे मुंबई पर राज करने वाली पहली महिला डॉन जेनाबाई दारुवाला की कहानी।

मुंबई: पूरे मुंबई पर राज करने वाली पहली महिला डॉन जेनाबाई दारुवाला की कहानी।


मुंबई। अंडरवर्ल्ड की दुनिया में दाऊद इब्राहिम से बड़ा कोई नाम नहीं। लेकिन आज हम जिस डॉन की बात कर रहे हैं उनके बारे में आपको बता दें कि एक वक्त था जब मोस्ट वांटेड दाउद इब्राहिम भी इस डॉन की नाफरमानी नहीं करता था। हम बात कर रहे हैं मुंबई की पहली महिला डॉन जेनाबाई दारुवाला की। कहा जाता है कि दाऊद इब्राहिम कभी लेडी डॉन जेनाबाई दारुवाला के इशारे पर नाचता था। इतना ही नहीं मुंबई के चर्चित डॉन हाजी मस्तान भी कभी इस महिला डॉन की बातों को मानने से इनकार नहीं करते थे। मशहूर पत्रकार और लेखक हुसैन जैदी ने अपनी किताब 'माफिया क्वींस ऑफ मुंबई' में जेनाबाई दारुवाला के बारे में बताया है कि जेनाबाई का जन्म मुसलमान मेमन हलाई परिवार में हुआ था। जेनाबाई उर्फ जैनब अपने छह भाई-बहनों में से एक थीं। 

वहीं मुंबई के डोंगरी इलाके में रहने वाले इस परिवार की आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी। बताया जाता है कि कम उम्र में ही जेनाबाई की शादी हो गई। शादी के बाद उनके पति से रिश्ते अच्छे नहीं रहे, लिहाजा उनका पति अपने 5 बच्चों को छोड़ कर पाकिस्तान चला गया। जरायम की दुनिया में आने और जेनाबाई से जेनाबाई दारुवाला बनने की उसकी कहानी काफी दिलचस्प है। 

बता दें कि कहा जाता है कि जेनाबाई पैसे कमाने के लिए सबसे पहले चावल बेचने के धंधे से जुड़ी। इसके बाद वो धीरे-धीरे चावल की स्मगलिंग करने लगीं। कई दिनों तक चावल के धंधे में हेरा-फेरी करने के बाद भी जेनाबाई को इस धंधे में नुकसान हो गया। इसके बाद जेनाबाई अवैध शराब के धंधे में उतरी। डोंगरी में जेनाबाई दारु बनाती और बेचती थी। जेनाबाई का यह धंधा काफी चला। इस धंधे से उसने पैसे खूब कमाए। धीरे-धीरे वो इस धंधे में इतनी कामयाब हुई की मुंबई और डोंगरी पर वो राज़ करने लगीं और इसी धंधे ने उन्हें नया नाम दिया जेनाबाई दारूवाली।

वही सन् 1970 के दशक तक जेनाबाई मुंबई की माफिया क्वीन बन चुकी थी। अंडरवर्ल्ड की दुनिया में जेनाबाई से पूछे बगैर या सलाह लिए बगैर कोई भी काम नहीं होता था। इस दुनिया में अपना नाम बनाने की कोशिश कर रहा दाऊद इब्राहिम भी उस वक्त जेनाबाई दारुवाला के हुक्म को कभी टाल नहीं पाता था। इस माफिया क्वीन को हाजी मस्तान, वरदराजन मुदलियार, करीम लाला और दाऊद इब्राहिम मासी के नाम से बुलाया करते थे।