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अब प्रदेश के जनपदों में चरणवार खोले जाएंगे अभ्युदय योजना के कोचिंग सेंटर - महानिदेशक एल. वेंकटेश्वर लू

अब प्रदेश के जनपदों में चरणवार खोले जाएंगे अभ्युदय योजना के कोचिंग सेंटर - महानिदेशक एल. वेंकटेश्वर लू



वाराणसी । प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए प्रदेश के सभी जनपदों में जल्द ही अभ्युदय योजना की शुरूआत की जाएंगी। जिससे दूर दराज गांवों और शहरों से आने वाले अभ्यर्थियों को लंबा दूरी तय नहीं करना पड़ेगा । 
अभी सिर्फ केवल मंडल मुख्यालय पर ही निःशुल्क कोचिंग संचालित की जा रही हैं। प्रदेश सरकार की इस विशेष पहल पर प्रदेश के सभी जनपदों में चरणवार कोचिंग सेंटर खोले जाएंगे। प्रत्येक जिले में मुफ्त कोचिंग सेंटर खुलने से मंडलीय जनपद के अलावा अन्य छोटे-बड़े जिलों के प्रतिभावान युवक-युवतियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में एक बड़ा सहारा मिल सकेगा। 

यह बातें बुधवार को महानिदेशक उप्र प्रशासन एवं प्रबन्धन अकादमी एल. वेंकटेश्वर लू ने वाराणसी में आयोजित आयुक्त सभागार में कार्यशाला के दौरान कहीं।

वहीं उन्होंने भावी पीढ़ी के आईएएस / पीसीएस तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने में लगें अभ्यर्थियों से मानसिक और आध्यात्मिक ज्ञान पर भी चर्चा किया । उन्होंने कहा कि जीवन की कठिन परिस्थिति से घबराकर इंसान को हार नहीं मानना चाहिए , प्रत्येक अभ्यर्थियों में तीन गुण होना चाहिए , 


 महानिदेशक ने कहा कि कहा कि समाज में दो वर्ग के लोग रहते हैं एक जो सक्षम हैं परन्तु उनमें कुछ नया करने एवं आगे बढ़ने की इच्छाशक्ति नहीं है और दूसरे वह जिनको कोई सपोर्ट नहीं है परन्तु वह बहुत कुछ करना चाहते हैं। शासन-प्रशासन द्वारा अभ्युदय योजना के माध्यम से ऐसे ही दूसरे वर्ग के लोगों को सकारात्मक माहौल एवं विशेषज्ञों के अनुभव उपलब्ध कराए जा रहे हैं ताकि वह आगे बढ़कर समाज के निर्माण में सहायक बन सकें।
महानिदेशक ने वाराणसी अभ्युदय योजना प्रभारी संत रविदास आईएएस/पीसीएस संस्थान प्रमुख डॉ. रूपेंद्र सिंह चौहान को कोविड काल की विषम परिस्थितयों के बावजूद पूरे कमिटमेंट एवं उत्साह के साथ मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना से जुडे अधिकारियों एवं शिक्षकों ने शिक्षण कार्य को जारी रखवाने पर उन्हें और अभ्युदय योजना वाराणसी मंडल से जुड़े सभी शिक्षकों को बधाई दी एवं आभार व्यक्त किया । वहीं अभ्युदय योजना से जुड़कर किसी भी अमुक प्रतियोगी परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।  

वहीं सभागार में मौजूद अन्य अतिथि ने सभी अभ्यर्थियों को कहा कि असली सफलता तो व्यक्ति के चरित्र का निर्माण होना है। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रकृति में हर चीज का चक्र होता है वैसी ही अच्छाई का भी एक चक्र होता है। जब किसी व्यक्ति, संगठन या समाज में अच्छाई बढ़ने लगती है तो वहां ज्ञान की ज्वाला का अभ्युदय होता है। उन्होंने कहा कि इंसान के अन्दर वह खूबी है कि अगर वह प्रयास करे तो देवताओं से भी ऊॅचा पद प्राप्त कर सकता है। दैवीय शक्ति को जागरूक करने के लिए कर्म की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि रामसेतु के निर्माण में जब एक गिलहरी सहयोग कर सकती है तो यहां बैठा बुद्धिजीवी वर्ग उससे कहीं अधिक सक्षम है।
इस दौरान वाराणसी के आयुक्त दीपक अग्रवाल , जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा , उप निदेशक समाज कल्याण विभाग के एल गुप्ता , अभ्युदय योजना के अधीक्षक डॉ रूपेंद्र सिंह चौहान आदि अधिकारी और शिक्षक मौजूद रहें ।