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यूपी: वाराणसी में बामियान में तालिबान की करतूतों के बाद सारनाथ में बिखरी थी बुद्ध की मुस्‍कान, सीएम योगी ने भी किया याद।

यूपी: वाराणसी में बामियान में तालिबान की करतूतों के बाद सारनाथ में बिखरी थी बुद्ध की मुस्‍कान, सीएम योगी ने भी किया याद।


वाराणसी। भगवान बुद्ध ने सबको मानवता और प्रेरणा के साथ शांति का उपदेश देने वाले का बामियान में तालिबानियों ने भगवान बुद्ध की 120 फिट ऊंची प्रतिमा को तोड़ कर शांति और अहिंसा पर कुठाराघात किया। लेकिन, बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ में भगवान बुद्ध की चलायमान मुद्रा में 81 फीट ऊंची प्रतिमा बामियान विध्‍वंस के बाद बनने से बुद्ध फिर से मुस्कुरा उठे हैं। 

वहीं अफगानिस्‍तान के बामियान में भगवान बुद्ध की प्रतिमा विध्‍वंस को लेकर रविवार को मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने बामियान में भगवान बुद्ध की प्रतिमा विध्‍वंस करने के तालिबान के करतूतों को याद किया तो सारनाथ के लोगों के मन में भी दो दशक पूर्व की घटना की यादें ताजा हो गईं। एक बार फ‍िर से बामियान क्षेत्र आतंक और हिंसा का गढ़ बनने के बाद विश्‍व भर के बौद्ध समुदाय के बीच चर्चा हो रही है। 

बता दें कि वर्ष 2007 में अफगानिस्‍तान के बामियान में तालिबानियों ने 120 फीट ऊंची अभय मुद्रा में भगवान बुद्ध की प्रतिमा को ध्वस्त कर बुद्ध के शांति और अहिंसा, प्रेम के संदेशों को मिटाना चाहा। लेकिन, बुद्ध के उपदेश जन- जन के लोगों ने आत्मसात कुछ ऐसा कर रखा है कि बामियान के बाद वहां की यादों को अमर करने के लिए सारनाथ में बामियान की प्रतिकृति बना डाली। सारनाथ के थाई बौद्ध विहार में बुद्ध की 81 फिट ऊंची प्रतिमा वर्ष 2010 में बन कर तैयार हो गयी। भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्‍थली सारनाथ में फिर से बामियान के बाद भगवान बुद्ध विश्व के लिए मुस्कुराए तो बौद्ध समुदाय के लिए सारनाथ बामियान से बड़ा तीर्थ नजर आने लगा।

वहीं मुख्‍यमंत्री ने बामियान विध्‍वंस को याद किया तो सारनाथ के लोगों में भी इस घटना की यादें ताजा हो उठीं। थाई बौद्ध मंदिर के भिक्षु गुरु धम्मो ने बताया कि बामियान में 120 फीट ऊची बुद्ध की प्रतिमा को तोड़ने के बाद पूर्व प्रभारी स्व. भिक्षु शासन रश्मि सहित देश के सभी बौद्ध भिक्षुओं व बौद्ध अनुयायियों काफी ठेस पहुचा और यहां के लोगों ने इस घटना की निंदा की। 

वहीं भिक्षु शासन रश्मि ने बौद्ध विहार में 81 फीट ऊंची प्रतिमा बनाने का संकल्प लेकर काम शुरू किया जो वर्ष 2010 में बनकर तैयार होने के बाद बौद्ध अनुयायियों के दर्शन पूजन के लिए खोल दिया गया। रविवार को उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सही कहा कि बुद्ध ने विश्व को कभी युद्ध नहीं दिया, उन्‍होंने केवल शांति और सद्भाव का पाठ पढ़ाया है, बुद्ध के उपदेशों में शांति है।

बता दें कि मुख्‍यमंत्री ने कहा कि लखनऊ में सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुद्ध ने दुनिया पर कभी युद्ध नहीं थोपा, वे हमेशा मानवता के प्रेरणा स्रोत और भक्ति के केंद्र रहेंगे। लेकिन कोई भी भारतीय या दुनिया में कहीं भी शांति और सद्भाव का समर्थन करने वाला कोई भी व्यक्ति तालिबान द्वारा उनकी प्रतिमा को नष्ट करने के दृश्यों को नहीं भूलना चाहिए। 

वहीं आपने वो नज़ारे देखे होंगे जब तालिबान ने 20 साल पहले अफगानिस्तान के बामियान में 2,500 साल पुरानी गौतम बुद्ध की मूर्ति को नष्ट कर दिया था। तालिबान की वह बर्बरता दुनिया ने देखी। आपने देखा होगा कि उसके कुछ ही दिनों बाद अमेरिका ने वहां बम गिराए और तालिबानी मारे जाने लगे। हमने कहा था कि गौतम बुद्ध की मूर्ति के साथ उन्होंने जो किया उसके लिए भगवान उन्हें दंडित कर रहे हैं।