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यूपी: वाराणसी मिर्जामुराद में महिला हिंसा और लैंगिक भेदभाव के खिलाफ निकाला कैंडिल मार्च।
वाराणसी। मिर्जामुराद में लोक समिति व आशा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में रविवार की सांयकाल भीखमपुर गांव में लैंगिक भेदभाव, घरेलू महिला हिंसा, यौन उत्पीड़न व बाल विवाह के खिलाफ कैंडिल मार्च निकाली गई। जुलूस में शामिल महिलाओं ने सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई।घरेलु महिला हिंसा बन्द करो, भ्रूण हत्या पर रोक लगाओ, बाल विवाह बंद करो, तिलक दहेज छोडो जात-पात तोड़ो, भीख नही अधिकार चाहिए जीने का सम्मान चाहिए, औरत भी जिन्दा इंसान नही भोग की वह सामान, यौन हिंसा पर रोक लगाओ, शराब बिक्री पर रोक लगाओ के नारे लगाई।
वहीं दूसरी तरफ़ कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं का एक आवाज में नारा था कि वह घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाएंगी। न तो वह स्वयं हिंसा का शिकार बनेंगी न ही दूसरों को बनने देंगी। देर शाम तक चले कार्यक्रम में महिलाओं का उत्साह इस बात की गवाही था कि अब घरेलू हिंसा और कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराधों का अभिशाप समाज से मिटकर रहेगा। इस दौरान वक्ताओं ने महिला हितों के बारे में लोगों को अवगत कराते हुए महिलाओं को उनके अधिकारों से भी अवगत कराया। वक्ताओं ने महिलाओं में प्रेरणा भरी और भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए आगे आने की अपील भी की।
बता दें कि लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा पखवाड़ा के अवसर पर विभिन्न गांवों में जन सभा, नुक्कड़ नाटक, फिल्म शो, हस्ताक्षर अभियान, कैंडिल जुलूस, भाषण प्रतियोगिता, पदयात्रा, दीवार लेखन आदि के माध्यम से महिला हिंसा के खिलाफ लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
वहीं निर्भया दिवस के अवसर पर 16 दिसम्बर को तहसील राजातालाब में राष्ट्रपति को सम्बोधित 5 सूत्रीय मांग पत्र एसडीएम को सौपा जायेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता बेबी व संचालन सोनी ने किया। कैंडिल मार्च में मुख्य रूप से ऋचा सिंह, अरुन्धती धुरु, बेबी, शान्ति, सरोज, अनीता, सोनी, राजकुमार,बअरविन्द मूर्ति, राघवेंद्र भाई, राजीव यादव, आलोक, श्यामसुन्दर समेत अन्य शामिल रहे।