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यूपी: लखनऊ में सवा दो लाख से अधिक युवा और बुजुर्ग कोरोना की दूसरी डोज लगवाना भूले।

यूपी: लखनऊ में सवा दो लाख से अधिक युवा और बुजुर्ग कोरोना की दूसरी डोज लगवाना भूले।


लखनऊ। कोविड वैक्सीन लगवाने वालों की तादाद में इजाफा जरूर हुआ है, लेकिन लोग दूसरी डोज लगवाने नहीं आ रहे हैं। सम्‍भल में ऐसे लोगों की संख्या अब दो लाख 43 हजार से पार पहुंच चुकी है। इस पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि लोग दूसरी डोज जरूर लगवाएं, वरना पहली भी बेअसर हो जाएगी।

वहीं विदित हो कि सम्‍भल में 16 जनवरी से कोविड वैक्सीनेशन शुरू हुआ था। शुरुआत में तो हेल्थ केयर वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर का वैक्सीनेशन किया जा रहा था। इसलिए उस समय वैक्सीनेशन कराने वालों की संख्या बहुत कम थी। बाद में 45 और 18 साल से अधिक आयु वालो का वैक्सीनेशन शुरू हुआ तो जागरूकता आई। अब तक जिले भर में 12 लाख चार हजार 731 लोगों को टीके लग चुके हैं। 

वहीं इसमें नौ लाख 39 हजार 741 लोगों ने पहली खुराक और दो लाख 64 हजार 990 लोगों ने दूसरी डोज भी लगवा ली है। सबसे ज्यादा लापरवाही दो लाख 43 हजार 775 लाभार्थियों ने बरती है। ये लोग दूसरी डोज का समय आने के बावजूद दो महीने बाद भी दूसरा टीका लगवाने नहीं पहुंचे हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी/ एसीएमओ डा. पंकज विश्नोई ने कहा है कि पूरी सुरक्षा के लिए वैक्सीन की दोनों डोज जरूरी है। इसलिए दूसरी डोज जरूर लगवाएं। वरना पहली का भी कोई फायदा नहीं होगा।

बता दें कि वैक्सीन कोल्ड चेन मैनेजर अरशद रसूल ने बताया कि जिन लाभार्थियों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगनी है और वह नहीं लगवा रहे हैं तो इससे जिले में वैक्सीनेशन का आंकड़ा खराब हो रहा है। लाभार्थियों की सूची नाम और मोबाइल नंबर के साथ संबंधित चिकित्सा अधीक्षकों को भेजी जा चुकी है। ब्लाक स्तर पर इस दिशा में दूसरी डोज नहीं लगवाने वालों को खोज कर उन्हें वैक्सीन डोज को लेकर जागरूक कर प्रेरित किया जा रहा है।

वहीं कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन की दोनों डोज लगवाना जरूरी हैं। अगर दूसरी डोज नहीं लगवाई जाती है तो पहला टीका भी बेअसर हो सकता है। इसलिए लोगों को चाहिए कि समय आने पर दूसरी डोज जरूर लगवाएं।