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यूपी: मुरादाबाद महानगर की आदर्श कालोनी से फकीरपुरा जा रही बारात में शामिल एक नाबालिग लड़की को रेलवे क्रासिंग के पास कुछ अराजक युवकों ने खींचने का किया प्रयास।

यूपी: मुरादाबाद महानगर की आदर्श कालोनी से फकीरपुरा जा रही बारात में शामिल एक नाबालिग लड़की को रेलवे क्रासिंग के पास कुछ अराजक युवकों ने खींचने का किया प्रयास।


मुरादाबाद। महानगर की आदर्श कालोनी से फकीरपुरा जा रही बारात में शामिल एक नाबालिग लड़की को रेलवे क्रासिंग के पास कुछ अराजक युवकों ने खींचने का प्रयास किया। किशोरी के मामा ने विरोध किया तो युवकों ने मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान किशोरी के मामा के पास एक बैग था, जिसमें एक लाख रुपये थे। युवक वह बैग जिसमें एक लाख रुपये रखे थे लेकर भाग गए। पीड़ित परिवार ने तुरंत ही मामले की जानकारी सिविल लाइंस थाने में दी, लेकिन आरोपित युवकों का सुराग नहीं लग सका। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

वहीं सिविल लाइंस थाना क्षेत्र आदर्श कालोनी निवासी मोंटी की शादी फकीरपुरा सतीश कुमार की पुत्री अंजलि के साथ तय हुई थी। आरोप है कि सोमवार रात करीब 12 बजे बरात फ़क़ीरपुरा जा रही थी। तभी रेलवे क्रासिंग के पास कुछ लड़कों ने एक नाबालिग लड़की को खींचने का प्रयास किया। इस पर लड़की के मामा सुरजीत कुमार निवासी कल्याणपुर जनपद कानपुर ने विरोध किया। इसी बात को लेकर युवकों ने मारपीट शुरू कर दी। आरोप है कि मामा के पास एक लाख रुपये की नकदी के साथ अन्य सामान था जो युवक लूट ले गए। पीड़ित परिवार के लोगों ने मारपीट के बाद लूट का आरोप लगाया है। सिविल लाइंस थाना प्रभारी रवींद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि कांठ रोड स्थित एक निजी अस्पताल में शव न मिलने पर जमकर हंगामा किया। इसके बाद स्वजन ने डीआइजी को ट्वीट करके इस मामले की जानकारी दी। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ही सिविल लाइंस थाना पुलिस को कार्रवाई के आदेश दिए। पुलिस के पहुंचते ही दोनों पक्षों में समझौता हो गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन को सौंप दिया। बिजनौर जनपद के धामपुर थाना क्षेत्र के गांव पूरनपुर निवासी परविंदर सिंह मजदूरी करता था। बीते सात नवंबर वह एक आवास का निर्माण करते समय दूसरी मंजिल से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। सात नवंबर को उसे कांठ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

बता दें कि वहीं यहां इलाज के नाम पर परिवार वालों से करीब तीन लाख रुपये भी ले लिए गए। सोमवार का परिवार वालों को परविन्दर की मौत हो गई। आरोप हैं कि बिल नहीं जमा करने पर परिवार को शव नहीं दिया जा रहा था। गुस्साए स्वजन अस्पताल में हंगामा करने लगे। इसके बाद डीआइजी को ट्वीट करके मदद मांगी गई। डीआइजी शलभ माथुर ने ट्विटर क माध्यम से मदद के निर्देश दिए। हालांकि, पुलिस के पहुंचने के बाद दोनो पक्षों ने समझौता करके मामले को रफादफा कर दिया।