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यूपी: वाराणसी काशी विश्वनाथ धाम का 15,444 मंडलों व 51 हजार स्थानों पर समारोह का होगा सजीव प्रसारण। .
वाराणसी। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण से पहले ही काशी में भक्ति की बयार बह चली है। हर कोई (हर हर महादेव) का उद्घोष कर एक-दूसरे का अभिनंदन कर रहा है। अनुभव होने लगा है कि 13 दिसंबर को भव्य काशी व दिव्य काशी साक्षात आंखों में होगी। शिव की नगरी में देव लोक उतरा रहेगा। इस भव्यता व दिव्यता का साक्षी पूरा विश्व बनेगा। इतना ही नहीं उत्सव में देश भर के 27 हजार शिवालय भी शामिल होंगे जहां धाम लोकार्पण के दौरान ही पूजन-अर्चन किया जाएगा।
वहीं इसमें सभी ज्योर्तिलिंग मंदिर भी शामिल किए गए हैं जहां पर विशेष पूजा-अनुष्ठान आयोजित किया गया है। इतना ही नहीं देश भर के 15,444 मंडलों में 51 हजार स्थानों पर समारोह का सजीव प्रसारण किया जाएगा। यू समझें कि 13 दिसंबर को 135 करोड़ लोगों का मन-मस्तिष्क एक साथ श्रीकाशी विश्वनाथ धाम से जुड़ जाएगा। अध्यात्म के सर्वोच्च पर जहां काशी के अवमुक्त क्षेत्र में बसे बाबा विश्वनाथ होंगे तो आकर्षण के शीर्ष पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रहेंगे। लोकार्पण समारोह के मुख्य अतिथि बनेंगे। सभी पूजा-अनुष्ठान पीएम मोदी के हाथों से ही पूरा होगा।
बता दें कि वहीं अब तक मिली सूचना के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 दिसंबर को सुबह 11 बजे तक वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वहां से सेना के हेलीकाप्टर द्वारा संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय मैदान में उतरेंगे। वहां से वह पहले काशी के कोतवाल बाबा काल भरैव का दर्शन-पूजन करेंगे। फिर सड़क मार्ग से खिड़किया घाट पहुंचेंगे, जहां क्रूज से श्रीकाशी विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे।
वहीं पीएम मोदी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में करीब ढाई घंटे रहेंगे। इस दौरान देश के भाजपाशासित राज्यों से आए मुख्यमंत्रियों के साथ कारिडोर भ्रमण करेंगे। यहीं, पर देश भर से आए संत-महात्मा व धर्माचार्यों से संवाद भी करेंगे। यहां से गंगा के रास्ते जलयान से सीधे रविदास घाट पहुंचेंगे। वहां से काफिले में शामिल विशेष वाहन से बरेका स्थित गेस्ट हाउस जाएंगे।
वहीं श्रीकाशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण को भव्य बनाने के लिए प्रशासनिक संस्थाओं के साथ ही भाजपा संगठन ने भी जिम्मेदारी संभाली है। इसमें आमजन की सहभागिता भी सुनिश्चित हो रही है। 13 दिसंबर को भव्य व दिव्य काशी का साक्षी पूरा विश्व होगा।