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हिमाचल प्रदेश: कोरोनाकाल के बाद भी साल 2021 में जोगेंद्रनगर नहीं पहुंची रेलगाड़ी।

हिमाचल प्रदेश: कोरोनाकाल के बाद भी साल 2021 में जोगेंद्रनगर नहीं पहुंची रेलगाड़ी।


हिमाचल प्रदेश। रेलवे स्टेशन जोगेंद्रनगर में एक साल बीत जाने के बाद भी दूसरी रेलगाड़ी नहीं पहुंच पाई है। इससे रेलयात्रियों में रेलवे विभाग के खिलाफ रोष है। विभागीय उदासीनता के चलते आम लोगों सहित सेना के जवान भी जोगेंद्रनगर स्टेशन में पहुंचने को वंचित हैं।

वहीं करीब 25 हजार भारतीय सैनिक उपमंडल पद्धर व जोगेंद्रनगर के प्रभावित हो रहे हैं। 164 किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रैक की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया गया है। मौजूदा समय में सायंकाल सात बजकर 55 मिनट वाली रेलगाड़ी ही स्टेशन पर पहुंच रही है। दोपहर 10 बजकर 55 मिनट पर स्टेशन पहुंचने वाली रेलगाड़ी नहीं पहुंच रही है। 

वहीं दूसरी तरफ़ रेलवे विभाग की उच्च स्तरीय टीमों की ओर से निरीक्षण कर रेलगाड़ियों को जोगेंद्रनगर रेलवे स्टेशन तक भेजने का अनापति प्रमाण पत्र भेज दिया है। वहीं उच्च क्षमता वाले नए रेल इंजन के ट्रायल भी सफल रहे हैं। बावजूद इसके बैजनाथ से आगे जोगेंद्रनगर स्टेशन पहुंचने वाली दोपहर वाली रेल सेवा ठप है।

वहीं दूसरी तरफ़ जोगेंद्रनगर से पठानकोट तक का सफर महज 65 रुपये में है और दोपहर 12 बजकर 5 मिनट पर पठानकोट के लिए रवाना होने वाली रेलगाड़ी को यात्री प्राथमिकता देते हैं, लेकिन रेलगाड़ी स्टेश नही नहीं पहुंच पा रही है। जोगेंद्रनगर रेलवे स्टेशन पर सायंकाल रेलगाड़ी पटरी पर दौड़ना शुरू हुई है। वहीं दोपहर दस बजकर 55 मिनट पर स्टेशन पहुंचने वाली रेलगाड़ी को अभी शुरू नहीं किया गया है।

बता दें कि वहीं दूसरी ओर पंकज जम्वाल, सदस्य रेलवे बोर्ड ने बताया कि जोगेंद्रनगर रेलवे स्टेशन में दोपहर की रेल सेवा जल्दी बहाल हो इसके लिए रेलवे विभाग के उच्चाधिकारियों को प्रस्ताव सौंपा जाएगा। नए साल में स्टेशन में रेलगाड़ी दौड़े इसके लिए स्वयं बात करूंगा।