Headlines
Loading...
आज साल 2021 की आखिरी ‘मन की बात’ करेंगे पीएम मोदी, ओमिक्रॉन पर देश से कर सकते हैं चर्चा

आज साल 2021 की आखिरी ‘मन की बात’ करेंगे पीएम मोदी, ओमिक्रॉन पर देश से कर सकते हैं चर्चा


PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) रविवार सुबह 11 बजे अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में राष्ट्र को संबोधित करेंगे. कार्यक्रम का 84वां एपिसोड इस साल का आखिरी एपिसोड भी होगा. संबोधन को पीएम मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है. दूरदर्शन भी इसका सीधा प्रसारण करेगा. मन की बात प्रधानमंत्री का वो मासिक रेडियो कार्यक्रम है, जो हर महीने आखिरी रविवार को प्रसारित होता है.

इससे पहले पीएम मोदी ने मन की बात के इस संस्करण के लिए लोगों से अपने विचार साझा करने के लिए कहा था. मन की बात का पहला एपिसोड 3 अक्टूबर 2014 को प्रसारित हुआ था (Mann Ki Baat Episode). आमतौर पर हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होने वाले कार्यक्रम का 2021 का अंतिम एपिसोड 28 नवंबर को प्रसारित होने जा रहा है. प्रत्येक संस्करण में, प्रधानमंत्री कई मुद्दों पर देशवासियों से बात करते हैं, इसमें वो मुद्दे भी शामिल रहते हैं, जो उस विशेष संबोधन से ठीक पहले के हों या फिर बाद के हों.



ओमिक्रॉन पर बोल सकते हैं पीएम मोदी

महामारी के समय में प्रधानमंत्री लगभग हर महीने कोरोना वायरस पर देशवासियों से बात करते हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि रविवार का संबोधन कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variatnt) और संबंधित मुद्दों पर आधारित हो सकता है. एक दिन पहले ही पीएम मोदी ने देशवाशियों को संबोधित करते हुए बड़ी घोषणाएं की थीं. उन्होंने कहा था कि 3 जनवरी से 15 साल से 18 साल की उम्र के बच्चों को भी वैक्सीन लगाई जाएगी (Vaccination of Children in India). इसी के साथ देश में बच्चों का टीकाकरण शुरू हो रहा है.


प्रधानमंत्री ने बताया कि 10 जनवरी से हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन कर्मियों और कॉ-मॉरबिडिटी वाले 60 साल से अधिक आयु के लोगों के लिए बूस्टर डोज लगाई जाएगी. पीएम ने कहा कि 60 साल से ऊपर की आयु के कॉ-मॉरबिडिटी वाले नागरिकों को, उनके डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन की ‘Precaution Dose’ का विकल्प उनके लिए भी उपलब्ध होगा. इसकी शुरूआत 10 जनवरी 2022 सोमवार से की जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि देश के पास 18 लाख आइसोलेशन बेड, 5 लाख ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, 1.40 हजार ICU बेड हैं और 90,000 बेड विशेष तौर पर बच्चों के लिए मौजूद हैं.