Headlines
Loading...
पश्चिम बंगाल: ममता सरकार ने 3 जनवरी से ब्रिटेन से कोलकाता आने वाली विमानों पर रोक लगाने के लिए उठाया सख्त कदम।

पश्चिम बंगाल: ममता सरकार ने 3 जनवरी से ब्रिटेन से कोलकाता आने वाली विमानों पर रोक लगाने के लिए उठाया सख्त कदम।


कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कड़े कदम उठाने का ऐलान किया है। राज्य के गृह सचिव बीपी गोपालिका द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि तीन जनवरी से बंगाल में ब्रिटेन से आने वाले विमानों पर रोक लगा दी गई है। पश्चिम बंगाल में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन संक्रमण के मामलों में लगातार हो रही वृद्धि को लेकर केंद्र सरकार ने चिंता जाहिर की है। दूसरी ओर, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम को पत्र लिखकर चिंता जाहिर करते हुए संक्रमण की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने की हिदायत दी है। 

बता दें कि सीएम ममता ने कहा कि ओमिकोन के अधिकतर केस उन लोगों में सामने आ रहे हैं जो यूके से फ्लाइट के माध्यम से यहां पहुंच रहे हैं। यह सच है कि अंतरराष्ट्रीय विमानों से आने वाले ही संक्रमण ला रहे हैं।  सरकार को उन देशों से आने वाली विमानों पर बैन लगाना चाहिए जहां इस वेरिएंट के मामले बहुत अधिक हैं। 

वहीं दूसरी तरफ विदेशों से आने वाले यात्रियों की टेस्ट हुई बाध्यातामूलक बता दें कि सीएम ममता ने कहा कि ओमिकोन के अधिकतर केस उन लोगों में सामने आ रहे हैं जो यूके से फ्लाइट के माध्यम से यहां पहुंच रहे हैं। यह सच है कि अंतरराष्ट्रीय विमानों से आने वाले ही संक्रमण ला रहे हैं। सरकार को उन देशों से आने वाली विमानों पर बैन लगाना चाहिए जहां इस वेरिएंट के मामले बहुत अधिक हैं। 

वहीं दूसरी तरफ विदेशों से आने वाले यात्रियों की टेस्ट हुई बाध्यातामूलक बीपी गोपालिका द्वारा जारी बयान में बताया गया हैकि ब्रिटेन जोखिम वाले देशों में शामिल है। इस बयान में कहा गया है कि जो भी यात्री विदेश से आएंगे। उन्हें अपनी खर्च पर एयरपोर्ट पर बाध्यतामूलक टेस्ट करानी होगी। राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि एयरलाइन 10 फीसदी यात्रियों को रैनडम के आधार पर RT/PCR टेस्ट करेगा। 

वहीं दूसरी ओर जबकि बाकी 90 फीसदी यात्रियों की RAT टेस्ट की जाएगी। इन यात्रियों की टेस्ट एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद होगी। यदि जरूरत हुई तो जिन लोगो की RAT टेस्ट की गई है। उनका बाद में RT PCR टेस्ट भी किया जा सकता है। यात्रियों को कोरोना प्रोटोकॉल के सभी नियम का पालन करना होगा। 

बता दें कि वहीं पश्चिम बंगाल में नववर्ष से पहले कोरोना ब्लास्ट हुआ है। पिछले कई महीनों से संक्रमितों की संख्या 24 घंटे के दौरान 400 से 500 के बीच रह रही थी, लेकिन अचानक यह एक हजार के पार हो गई है। इसके अलावा एक्टिव मरीजों की संख्या में भी कमी हो रही थी लेकिन बुधवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक 24 घंटे के दौरान एक्टिव मरीजों की संख्या में करीब पौने तीन सौ की बढ़ोतरी हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कोलकाता की स्थिति को चिंताजनक करार दिया है। इस बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्य सरकार को पत्र भी लिखा है।