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आगरा: एसएन मेडिकल कॉलेज से मरीज लापता, फोन पर मांगी 5 लाख की फिरौती
आगरा. जिले के मदन मोहन दरवाजा (एमएम गेट) थाना पुलिस ने इलाके से लापता एक कैंसर पीड़ित मरीज के मामले में फिरौती मांगने वाले आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. मरीज करीब एक सप्ताह पहले इलाके में स्थित सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज (SN Medical College Agra) से लापता है. आरोपित ने मरीज के मोबाइल से फोन कर उसके बेटे से 5 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. फिरौती मांगने वाले आरोपित को भले ही पुलिस ने जेल भेज दिया हो मगर लापता मरीज का कोई सुराग ढूंढ पाने में अभी तक सफल नहीं हो पाई है. पुलिस का कहना है कि मामले में आरोपित शख्स गुमराह कर रहा है. इसलिए उसे कस्टडी रिमांड पर लेगी.
ताजनगरी आगरा के एमएम गेट थाने में फिरोजाबाद जिले के नगला खंगर इलाके में रहने वाले अनुज कुमार ने 12 दिसंबर को कैंसर पीड़ित मरीज अपने पिता वीरेंद्र कुमार के गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. मरीज के बेटे अनुज ने एमएम गेट थाना पुलिस को बताया कि करीब पांच दिन पहले पिता वीरेंद्र आगरा आए थे. वह कैंसर पीड़ित हैं. उसके पिता आगरा स्थित एसएन मेडिकल कॉलेज में सिकाई कराने आते थे और रात में यहीं रैन बसेरे में ठहरते थे. 11 दिसंबर की रात बेटे अनुज की उसके पिता वीरेंद्र से आखिरी बार बातचीत हुई थी. उसके बाद से अनुज के पास उनके पिता की कोई फोन नहीं आयी. अनुज कुमार ने पुलिस को बताया कि 13 दिसंबर को उसके पिता के मोबाइल नंबर से एक फोन आया था. फोन करने वाले शख्स ने 5 लाख रुपये की फिरौती मांगी है. पुलिस ने अनुज द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर अपहरण और फिरौती की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया. इस मामले पर आगरा एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि सीओ कोतवाली अर्चना सिंह के नेतृत्व में टीम बनाई गई है.
एमएम गेट थाने के इंस्पेक्टर अवधेश अवस्थी ने फिरौती मांगने वाले आरोपित को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम हरिओम बताया है. हरिओम मूलत: फिरोजाबाद जिले के टूंडला इलाके का रहने वाला है. आगे आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसकी संगति अच्छी नहीं है. हरिओम की उसके पिता की जगह नलकूप विभाग में नौकरी लगी थी. मगर वह कई सालों से अपने विभाग के कार्यालय नहीं गया है. उसके ऊपर काफी कर्जा हो गया था. आरोपित हरिओम के पास से लापता कैंसर पीड़ित मरीज का मोबाइल मिला है. पुलिस की पूछताछ में उसने यह स्वीकार किया भी किया है कि उसने ही मरीज के बेटे को फोन किया था. फोन पर आवाज भी उसकी थी. लेकिन पुलिस की पूछताछ में हरिओम ने आखिरी तक नहीं बताया है कि गुमशुदा शख्स वीरेंद्र कुमार कहां हैें. उनके साथ क्या किया गया. पुलिस मामले की तह तक पहुंचने के लिए आरोपित को रिमांड पर लेगी अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि वीरेंद्र कहां गए, उनका मोबाइल आरोपित के पास कैसे आया है.
पुलिस ने बताया कि आरोपित हरिओम लंबे समय से एसएन मेडिकल के कॉलेज के पास रैन बसेरे में रह रहा है. उसकी पहचान वीरेंद्र कुमार से रैन बसेरे में ही हुई थी. अभी कहानी उलझी हुई है. वीरेंद्र कहां गया. आरोपित ने पुलिस ने कई बार अपने बयान बदले. पहले यह कहने लगा कि मोबाइल मिल गया था. एक बार यह भी बोला कि वीरेंद्र योजना में शामिल है. पुलिस ने एक ही सवाल पूछा वीरेंद्र कहां है. वह यह नहीं बता पा रहा था.