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यूपी: चंदौली में वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर 802 समितियां हुईं निगरानी के लिए सक्रिय। .

यूपी: चंदौली में वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर 802 समितियां हुईं निगरानी के लिए सक्रिय। .

                              𝐒𝐡𝐮𝐛𝐡𝐚𝐦 𝐊𝐮𝐦𝐚𝐫 𝐆𝐮𝐩𝐭𝐚 

चंदौली। कोरोना के सबसे खतरनाक वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। ग्राम पंचायतों व नगरीय निकायों में गठित 802 निगरानी समितियों को एक बार फिर सक्रिय कर दिया गया है। उन्हें गैर मुल्कों, प्रांतों और महानगरों से आने वाले प्रवासियों पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग भी जिला प्रशासन के साथ मिलकर संक्रमण से बचाव के लिए अपने स्तर से कवायद कर रहा है।

वहीं देश में ओमिक्रोन के मरीजों के मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। राहत की बात यह है कि फिलहाल जिला कोरोना संक्रमण से पूरी तरह से मुक्त है। जिले में इस समय कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है लेकिन सबसे तेज रफ्तार से फैलने वाले संक्रमण का खतरा प्रवासियों से बना हुआ है। इसलिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। ग्राम पंचायतों व नगरीय निकायों में गठित निगरानी समितियों को सक्रियता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। 

वहीं दूसरी तरफ़ ग्राम पंचायतों में 734 व नगरीय निकायों में 68 निगरानी समितियां गठित की गई हैं। इनके नेतृत्व की जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों व वार्ड सभासदों को सौंपी गई है। खासतौर से प्रवासियों पर विशेष नजर रखी जा रही है। दरअसल, स्थानीय लोगों से कम, बल्कि गैर प्रांत व महानगरों से आने वाले लोगों के माध्यम से संक्रमण फैलने का खतरा अधिक है। इसलिए जिलाधिकारी संजीव सिंह से रेलवे स्टेशन, बस अड्डों आदि पर स्क्रीनिंग और निगरानी का निर्देश दिया है। इस दौरान संक्रमित पाए गए अथवा कोरोना के लक्षण वाले लोगों को तत्काल आइसोलेट करना होगा।

वहीं स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए तैयारी कर ली है। 100 बेड और 20 वेंटिलेटर आरक्षित कर लिए हैं। वहीं चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों की टीम भी तैयार की जा रही है। विभाग वैक्सीनेशन बढ़ाने पर भी जोर दे रहा है। कोरोना संक्रमण के खतरे को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। निगरानी समितियों को सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं मरीजों की जांच, इलाज आदि की व्यवस्था कराई गई है। ताकि एन वक्त पर किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े।