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बिहार: मधुबनी में तार का खर्च जमा करने के बाद भी स्कूल तक नहीं पहुंची बिजली।

बिहार: मधुबनी में तार का खर्च जमा करने के बाद भी स्कूल तक नहीं पहुंची बिजली।


बिहार। मधुबनी में अनुसूचित जाति अनुसूचित जन जाति आवासीय विद्यालय भिरभिरिया में बिजली कनेक्शन के लिए दो वर्ष पूर्व आवदेन विद्युत कार्यालय में दिया गया। स्कूल तक बिजली पहुंचाने के लिए तार, पोल आदि खर्च मद में 3.62 लाख रुपये विद्युत विभाग के कार्यालय में स्कूल प्रबंधन ने जमा भी किया। बावजूद इसके बिजली नहीं लगी। नतीजतन, स्कूल प्रबंधन को आवासीय विद्यालय के बच्चों के पठन- पाठन की व्यवस्था करने के लिए जेनरेटर चलाना पड़ता है।

वहीं जेनरेटर मद में प्रतिमाह 30 रुपये जेनरेटर संचालक को भुगतान किया जाता है। पिछले दो वर्ष में 7.20 लाख की राशि जेनरेटर संचालक को दी जा चुकी है। अभी तक बिजली विभाग में स्कूल में विद्युत कनेक्शन देने के लिए कोई सुगबुगाहट नहीं है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि जिस जेनरेटर संचालक के साथ स्कूल प्रबंधन ने अनुबंध किया है। बिजली विभाग में उसकी पकड़ इतनी मजबूत है कि पिछले दो वर्ष से कनेक्शन की संचिका को ठंडे बस्ते में डलवा दिया है और खुद जेनरेटर चलाकर कमा रहा है। 

वहीं ऐसा भी नहीं है कि विद्यालय प्रबंधन की ओर से बिजली विभाग में आवेदन करने एवं राशि जमा करने के बाद मौन धारण कर लिया गया है। प्रत्येक सप्ताह में विद्युत विभाग के अधिकारियों से स्कूल के प्रधानाध्यापक मिलते हैं और कनेक्शन के लिए आरजू- मिन्नत भी करते हैं। अब तक विद्युत विभाग के अधिकारी सिर्फ आश्वासन दे रहे हैं।

वहीं प्रधानाध्यापक रामनरेश चौधरी ने बताया कि डमरापुर पंचायत भिरभिरिया में वर्ष 2018 में राजकीय अनुसूचित जाति जनजाति आवासीय उच्च विद्यालय की स्थापना की गई। विद्यालय में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने और उनके आवसान की व्यवस्था की गई है। विद्यालय की स्थापना के तीन वर्ष पूरे हो गए। उक्त विद्यालय में 105 छात्र रहते है। विद्यालय में विद्युत आपूर्ति को चालू करने के लिए जेनरेटर चलाया जाता है।

बता दें कि वहीं बीते वर्ष 2019 में कनेक्शन के लिए बिजली विभाग में आवेदन दिया गया था। प्रखंड कल्याण पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि विद्युत कनेक्शन लेने के लिए बिजली विभाग के द्वारा विद्यालय तक विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए मांगे गये खर्च के आलोक में कल्याण विभाग के द्वारा 3.62 लाख रुपये भी जमा कर दिया गया। फिर भी अभी तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं की गई।

वहीं दूसरी तरफ़ अजीत कुमार, अधिशासी अभियंता ने बताया कि स्कूल तक बिजली का कनेक्शन ले जाने के लिए प्राक्कलित राशि जमा कराई गई है। मामला संज्ञान में आया है। शीघ्र हीं स्कूल में विद्युत कनेक्शन लगाया जाएगा।