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डिजिटल इंडिया की गलती से BJP ने अपने ही मित्र के घर करवा दी रेड: अखिलेश यादव

डिजिटल इंडिया की गलती से BJP ने अपने ही मित्र के घर करवा दी रेड: अखिलेश यादव

लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के ठीक पहले इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापेमारी पर अब सियासत गरमा गई हैं. कुछ दिन पहले जहां गृह मंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे को लेकर सपा पर जमकर निशाना साधा था तो वहीं अब अखिलेश यादव ने पीयूष जैन को बीजेपी का मित्र बता दिया. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि देखिए सरकार से क्या गलती हुई है. गलत जगह छापा मार दिया. भाजपा ने अपने ही कारोबारी पर छापा मार दिया. उसकी जानकारी निकलवाइए अगर एक-एक भाजपा नेता का नाम निकले तो बताइएगा. दीवारों से नोट निकल रहे हैं. बेसमेंट में नोट निकल रहे हैं.उसका जिम्‍मेदार कौन है?

अखिलेश यादव ने उन्नाव रैली के दौरान प्रेस वर्ता करते हुए कहा कि वो छापा मारना चाहते थे इत्र वाले के यहां, उसका नाम था पुष्‍पराज जैन. इनका नाम था पीयूष जैन. लगता है डिजिटल इंडिया की गलती हो गई. पुष्‍पराज जैन की जगह पीयूष जैन आ गए.’ अखिलेश ने आगे कहा कि भाजपा ने प्रचार किया गया कि वो समाजवादी पार्टी का आदमी है. दोपहर आते-आते पत्रकारों को भी पता चल गया कि समाजवादियों से इसका कोई लेना-देना नहीं है. सुबह तक हेडलाइन चल रही थी कि समाजवादी पार्टी का इत्र कारोबारी. लेकिन मुझे खुशी है कि दोपहर आते-आते पत्रकार साथी भी समझ गए कि सपा का इससे लेना-देना नहीं है.’

अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से गुहार लगाई कि चुनाव बाद ये छापे मारे जाएं. अभी क्योंकि यूपी में चुनाव हैं, इसलिए अभी छापे और बढ़ते जाएंगे. इसलिए मैं चुनाव आयोग से अपील करूंगा कि ये छापे चुनाव के बाद मारे जाएं. उन्होंने कहा कि मैं पुष्पराज जी के यहां जाकर इत्र लाना चाहता था लेकिन अब छापे चले रहे हैं तो मैं नहीं जा पाऊंगा. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा, पूरा कंट्रोल दिल्ली चला जाएगा. बाबा मुख्यमंत्री के पास कुछ नहीं रह जाएगा.


अखिलेश यादव ने कहा कि पिछले एक महीने से खबरें आ रही थीं कि समाजवादियों पर छापे पड़ेंगे और दो हफ्ते से सपा से जुड़े लोगों पर छापेमारी हो रही है. जब भी भाजपा के लोग लखनऊ आते हैं लगता है, ये जांच टीमों को भी साथ लेकर आते हैं. इत्र यहां आज से नहीं कई वर्षों से बन रहा है. इससे कारोबारी व्यापारी, किसान सब जुड़े हैं. इस इत्र कारोबार से देश के अन्य कारोबार भी जुड़े हैं. कन्नौज को सुगंध की राजधानी कहा जाता है. ये बहुत बड़ा कारोबार है.


सपा के समय यहा पार्क के लिए जमीन दी गई थी. ये विकास के लिए था लेकिन भाजपा के आते ही परफ्यूम पार्क, म्यूजिम वैसे का वैसा ही पड़ा रहा. भाजपा ने कन्नौज में सपा के सारे काम रोक दिए. भाजपा ने काउ मिल्क प्लांट का भी सत्यानाश किया. हमने तय किया था दुनिया मे परफ्यूम सेक्टर में कन्नौज के नाम का डंका बजता मगर इन्होंने ठप्प कर दिया.