
Jharkhand News
झारखंड: गुमला जिले में उज्जवला योजना के नाम पर उपभोक्ता से हो रही बड़ी ठगी।
झारखंड। गुमला जिले में भारत सरकार की महत्वकांक्षी उज्जवला योजना बिशुनपुर प्रखंड में भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ रहा है। वर्ष 2016 के 284 लाभुकों का उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन स्वीकृति होने के बाद भी अब तक लोगों को गैस नहीं मिल पाया है। जबकि सभी लोगों के नाम पर गैस का आवंटन हो रहा है। वहीं घाघरा एवं नरमा पंचायत के जन वितरण प्रणाली दुकानदारों के द्वारा किया गया। डीलरों के द्वारा बताया कि कई राशन कार्ड धारी ऐसे हैं। जिनका तमाम दस्तावेज 2016 में उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन दिलाने के लिए इंडियन गैस वितरक बनारी एवं नरमा को दिया हुआ था।
वहीं परंतु अब तक कई लोगों को कनेक्शन नहीं मिल पाया है। जिस कारण डीलरों के द्वारा पुनः सभी लाभुकों का दस्तावेज लेकर दूसरे गैस एजेंसी को दिया गया, जहां एजेंसी के द्वारा नया कनेक्शन देने के लिए ऑनलाइन एंट्री किया गया तो पता चला कि सैकड़ों लोगों के नाम पर पहले ही कनेक्शन हो चुका है। इसके बावजूद अब तक लाभुकों को उज्जवला योजना का गैस से नहीं मिल पाया है।
वहीं इधर घाघरा पंचायत के लबगा के जन वितरण प्रणाली दुकानदार संजय कुमार, जोरी के मुकेश प्रसाद, लापू दरदाग के राधे साहू एवं नरमा के रविंद्र राम द्वारा मामले की लिखित शिकायत प्रखंड आपूर्ति अधिकारी सह कल्याण अधिकारी गणेश राम महतो को दी गई। जिसमें बताया गया है कि संजय कुमार के 60 लाभुक, लापू दरदाग के राधे साहू का 72 लाभुक, जोरी गांव के मुकेश प्रसाद का 122 लाभुक एवं नरमा पंचायत के रविंद्र उराव का 30 लाभुक की सूची उपलब्ध कराया गया है जिनके नाम पर वर्ष 2016 मे उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन स्वीकृति हो चुका है परंतु उन्हें गैस अब तक नहीं मिल पाई है।
वहीं दूसरी तरफ़ गणेश राम महतोइस संबंध में कल्याण प्राधिकारी सह प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी गणेश राम महतो ने बताया कि घाघरा एवं नरमा पंचायत के जन वितरण प्रणाली दुकानदारों के द्वारा आवेदन देकर बताया गया कि इंडियन गैस वितरक बनारी व नरमा के द्वारा कुल 284 लोगों का उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन स्वीकृति होने के बावजूद उन्हें गैस नहीं दिया गया है और सभी को गबन किया गया है।
वहीं जिसके बाद उनके द्वारा गैस एजेंसी को पत्र देकर बिशुनपुर प्रखंड के उज्जवला योजना के लाभुकों की सूची मांगी गई तो एजेंसी के द्वारा सूची उपलब्ध नहीं कराया गया। तो दोनों एजेंसी को उज्जवला योजना के नया गैस कनेक्शन वितरण करने पर रोक लगाया गया तो उनके द्वारा मात्र 40 लाभुकों की सूची दी गई जिसका जांच करने पर उसमें से दो लोगों को अब तक गैस नहीं मिल पाया है जिस कारण करवाई के लिए उपायुक्त गुमला एवं अनुमंडल पदाधिकारी गुमला को पत्र भेजा गया है।
वहीं इसी तरह उज्जवला योजना के तहत गैस की कालाबाजारी का मामला सामने आने के बाद गैस एजेंसी के द्वारा आनन-फानन में लोगों को गैस उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। मौके पर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के समक्ष लापू गांव के त्रिभुवन उरांव, चंद्रेश्वर उरांव गैस कनेक्शन लेने के लिए एजेंसी पहुंचे जहां पर उन्होंने प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को बताया कि आज उन्हें सूचना मिली कि उज्जवला योजना के तहत हम लोगों की पत्नी के नाम पर बनारी में आज गैस दिया जाएगा जिसे लेने के लिए वे लोग आए हुए हैं।
बता दें कि इंडियन गैस वितरक उज्जवला योजना के तहत 284 लोगों का गैस के गबन करने के आरोप लगने के बाद इंडियन गैस वितरक जहांगीर एवं यूनुस ने बताया कि सभी लाभुकों का ऑनलाइन केवाईसी किया गया है कनेक्शन की स्वीकृति नहीं मिल पाई है जिस कारण लोगों को गैस नहीं दिया गया है उन्होंने बताया कि आचार संहिता लगने के कारण गैस वितरण पर रोक लगा हुआ था जिसके बाद सॉफ्टवेयर नहीं खुल रहा था जिस कारण लोगों को गैस नहीं दिया गया है डीलरों के द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार है