Headlines
Loading...
मध्य प्रदेश: भोपाल में जज की बेटी ने एंबूलेंस न आने पर यात्री की जान बचाकर निभाया इंसानियत का अनोखा रिश्‍ता।

मध्य प्रदेश: भोपाल में जज की बेटी ने एंबूलेंस न आने पर यात्री की जान बचाकर निभाया इंसानियत का अनोखा रिश्‍ता।


मध्य प्रदेश। भोपाल में रानी कमलपति रेलवे स्टेशन पर मां को रिसीव करने पहुंची अनूपपुर जिला एवं सत्र न्यायाधीश आरसी सिंह बिसेन की बेटी जया सिंह ने रेलवे यात्री की जान बचा ली। दरअसल हुआ यूं कि राजधानी भोपाल में रानी कमलपति रेलवे स्टेशन पर सुबह करीब पौने 10 बजे हार्ट हटैक से यात्री विजय मसानी तड़प रहे थे। रेल सुरक्षा बल आरपीएफ के जवान उन्हें सीपीआर दे रहे थे। 

वहीं जवान दो बार काल कर चुके थे, लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची थी। इसी बीच जया अपनी मां साधना सिंह बिसेन को लेने स्टेशन पहुंची थी। मरीज की हालत और जवानों के प्रयासों को देखते हुए वह आगे आईं और अपनी मां को लेना छोड़ पहले मरीज और जवानों को तुरंत अपने वाहन में बैठाया। वह 10 नंबर स्थित एक निजी अस्पताल पहुंच गई।

बता दें कि यहां मरीज विजय मंसानी को भर्ती कराने के बाद जया अपनी मां को लेने के लिए दोबारा रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पहुंची। तब तक सुबह 9.59 बजे उनकी मां स्टेशन पर उतर गईं थी। वह अनूपपुर से आ रही थीं उन्हें तोडा इंतजार भी करना पड़ा। बेटी द्वारा जरूरत के समय यात्री व उसके परिवार को पहुंचाई गई मदद का किस्सा सुना तो उनकी मां खुश हो गईं। मां का कहना था कि हमें अपनों की चिंता करने के साथ जरूरतमंदों की भी चिंता करनी चाहिए।

वहीं दूसरी तरफ़ खंडवा के रहने वाले विजय मंसानी अपने पत्नी मनीषा मसानी और दो बच्चों के साथ बुधवार सुबह पंजाब मेल एक्सप्रेस से सुबह 9.35 बजे रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर उतरे थे। कुछ समय बाद उन्हें सीने में तेज दर्द होने लगा और वह तड़पने लगे। उन्‍हें चक्कर आया और वह प्लेटफार्म पर गिर गए।

वहीं मरीज को तड़पते देख मुझसे रहा नहीं गया। मैंने तुरंत मदद करने का निर्णय लिया। इस बीच मां से कहा कि वे स्टेशन पहुंचकर थोड़ा इंतजार कर लें। हर किसी को जरूरत के समय मदद करनी चाहिए। मुझे यह सीख मेरे माता-पिता व परिवार से मिली है। मैं बहुत खुश हूं।