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'थानेदार की पैंट गीली' कराने वाले बयान पर घिरे नवजोत सिंह सिद्धू, पुलिस अफसर ने भेजा मानहानि का नोटिस
चंडीगढ़ : पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू अब पंजाब पुलिस का मजाक उड़ाने वाले अपने बयान पर लगातार घिरते जा रहे हैं. सिद्धू ने 18 दिसंबर को सुल्तानपुर लोधी में आयोजित एक रैली में विधायक नवतेज सिंह चीमा की ओर इशारा करते हुए कहा कि वह 'थानेदार की पैंट गीली' करा सकते हैं.
पुलिस के डीएसपी दिलशेर सिंह चंदेल ने नवजोत सिंह सिद्धू को मानहानि का नोटिस भेजने की पुष्टि की है. डीएसपी दिलशेर चंदेल ने कहा है कि राजनेताओं को इस तरह से ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों का मजाक नहीं बनाना चाहिए. मानहानि के नोटिस में पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू से 21 दिनों के भीतर माफी मांगने को कहा गया है. अगर सिद्धू माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा. दिलशेर सिंह चंदेल ने कहा कि हमारे नेता ही अपने फोर्स का मजाक बना रहे हैं, जबकि यही पुलिस उनकी और उनके परिवार की हिफाजत करती है. अगर पुलिस नहीं हो तो एक रिक्शावाला भी उनकी बात नहीं सुनेगा.
बता दें कि इससे पहले जालंधर रुरल के सब इंस्पेक्टर बलवीर सिंह ने भी नवजोत सिंह सिद्धू के बयान पर आपत्ति दर्ज कराई थी. उन्होंने पंजाब के डीजीपी से कहा थी कि इस गलती के लिए कांग्रेस नेता को माफी नहीं देनी चाहिए. अब हमारे बच्चे पूछते हैं कि उनके खिलाफ ऐसा बयान क्यों दिया जाता है. हालांकि इस प्रकरण के बाद लुधियाना से कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू तक ने पुलिसकर्मियों की तरफदारी की और कोविड-19 के वक्त में तथा उग्रवाद के दौरान उनकी भूमिका की प्रशंसा की.
उधर, नवजोत सिंह सिद्धू के बाद शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पुलिसकर्मियों को लेकर अटपटा बयान दिया है. रिटायर्ड आईजी कुंवर विजय प्रताप को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि सभी पुलिस वाले रुपये वसूलते हैं. उन्होंने कहा कि जब आईजी कुंवर विजय प्रताप आईजी थे तो थाने से 500-500 रुपये वसूलते थे. रिटायर्ड आईजी कुंवर विजय प्रताप अब अमृतसर से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हैं. आम आदमी पार्टी ने सुखबीर सिंह बादल के बयान की निंदा की है.