
National News
नई दिल्ली: तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकाप्टर हादसे में पांच और शवों की हुईं पहचान। .
नई दिल्ली। तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकाप्टर हादसे का शिकार हुए पांच और सैन्य कर्मियों के शवों की पहचान कर ली गई। पहचान के बाद शवों को सम्मानपूर्वक उनके गृह नगरों में भेज दिया गया। सैन्य अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। इस बीच इस घटना में एकमात्र बचे गु्रप कैप्टन वरुण सिंह की हालत गंभीर मगर स्थिर बताई गई है। उनका बेंगलुरु के एयरफोर्स कमांड अस्पताल में इलाज चल रहा है।
वहीं अधिकारियों ने बताया कि जिन सैन्य कर्मियों के पार्थिव शरीरों की शनिवार को पहचान की गई वे हैं-जूनियर वारंट आफिसर (जेडब्ल्यूओ) प्रदीप अरक्कल, विंग कमांडर पीएस चौहान, जेडब्ल्यूओ राणा प्रताप दास, लांस नायक बी.साई तेजा और लांस नायक विवेक कुमार।
बता दें कि तमिलनाडु में बुधवार को सेना के एमआइ17वी5 हेलीकाप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से भारत के पहले चीफ डिफेंस आफ स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर और 10 अन्य रक्षा कर्मियों की मृत्यु हो गई थी। सभी शव दुर्घटना के एक दिन बाद गुरुवार शाम को तमिलनाडु के सुलूर से दिल्ली लाए गए थे।
वहीं जिन शवों की पहचान नहीं हुई, उन्हें दिल्ली छावनी के आर्मी बेस अस्पताल के शवगृह में रखा गया है। अभी लेफ्टीनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, स्क्वाड्रन लीडर के.सिंह, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह और नायक जितेंदर सिंह के शव की पहचान होनी है। शवों की पहचान के बाद विंग कमांडर पीएस चौहान का शव उनके गृह नगर आगरा उ.प्र और लांस नायक बी.साई तेजा का शव बेंगलुरु के येलाहांका एयर बेस पहुंचा दिया गया।
वहीं दूसरी तरफ लांस नायक तेजा का शव यहां से आंध्र प्रदेश ले जाया जाएगा। आंध्र के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने उनके निधन पर 50 लाख की राशि देने की घोषणा की है। केरल के बलिदानी जूनियर वारंट आफीसर प्रदीप अरक्कल के शव को विदेश राज्य मंत्री वी.मुरलीधरन अपने साथ विमान से ले गए। शव का अंतिम संस्कार त्रिशुर के पोन्नुक्करा में किया गया।