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पंजाब: पठानकोट में आशा वर्करों व एनआरएचएम कर्मियों को पुलिस ने मुख्यमंत्री से मिलवाने का वादा कर मिलने नहीं दिया।
पंजाब। पठानकोट मान भत्ता बढ़ाने व रेगुलर करने की मांग को लेकर धरने व प्रदर्शन करने वाली जत्थेबंदियों ने मुख्यमंत्री से मिलवाने का आश्वासन तो दिया लेकिन, उन्हें मिलवाया नहीं। पुलिस के रवैया को लेकर यूनियनों में भारी रोष पाया जा रहा है। यूनियन पदाधिकारियों का आरोप है कि पुलिस ने केवल अपनी छवि को बचाने के लिए उनके साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि बेशक आज उनकी आवाज को दबाया गया है परंतु आने वाले दिनों में वह अपनी आवाज को बुलंद करके रहेंगे।
वहीं मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची आशा वर्कर यूनियन की प्रधान रजनी बाला ने कहा कि वह रैली स्थल पर पहुंची तो पुलिस प्रशासन ने उनसे कहा कि मुख्यमंत्री उनके साथ अकेले से मिलेंगे। इसलिए आप रैली स्थल की बजाय साथ लगते पूजा रिजार्ट में रुके। पुलिस का आशवासन मिलने के बाद वह सारी पूजा रिजार्ज में पहुंच गई। लेकिन, पुलिस ने बाद में गेट बंद कर दिया और उनसे यही कहती रही कि रैली खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री उनसे मिलने आएंगे। लेकिन, दुख की बात है कि तीन बजे रैली खत्म होने के बाद वह सीधे निकल गए और उनकी कोई मांग नहीं सुनी।
बता दें कि वहीं उधर सिविल अस्पताल में पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे पुलिस कर्मियों ने उठा लिया। एनआरएचएम यूनियन के जिला प्रधान पंकज कुमार ने बताया कि वह सुबह शांतमय तरीके से धरना प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बीच डीएसपी सुखजिद्र सिंह मौके पर पहुंचे और उनसे कहा कि वह सभी बस में बैठ जाएं। पूजा रिजार्ट में मुख्यमंत्री यूनियनों से मिलेंगे। आप उन्हें अपनी समस्या बता दें, जिसके बाद वह बस में पूजा रिजार्ट पहुंचे परंतु मुख्यमंत्री उनसे मिलने नहीं आए।