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UP: ओमीक्रॉन के खतरे के बीच एयरपोर्ट पर बढ़ी और सख्ती, अब फ्लाइट से उतरते ही होगा कोरोना टेस्ट, फिर मिलेगी टर्मिनल में एंट्री
लखनऊ । कोरोना के ओमीक्रॉन वेरियंट के खतरे के बीच उत्तर प्रदेश में अब एयरपोर्ट (UP Airports) में और सख्ती कर दी गई है. अब यात्रियों की विमान से उतरते ही कोविड जांच होगी (Covid Testing at Airport). अभी तक कोरोना की जांच टर्मिनल में प्रवेश के बाद बाहर निकलने से पहले होती थी. डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के निर्देश के बाद इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
एयरपोर्ट सूत्रों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल (International Terminal) पर यात्री विमान से उतरने के बाद बस में बैठेंगे. यह बस उनको लेकर टर्मिनल के बाहर टैक्सी बे की ओर बने टेंट के निकट उतारेगी. यहां बारी-बारी से यात्रियों की आरटीपीसीआर या रैपिड पीसीआर जांच की जाएगी. एक अधिकारी के अनुसार मौजूदा व्यवस्था में यात्री इमिग्रेशन, कस्टम जांच, सामान्य जांच से गुजरने के बाद कोविड टेस्ट कराते हैं.
ऐसे में यदि यात्री संक्रमित है तो अन्य सभी एजेंसियों और टर्मिनल में मौजूद कर्मचारियों को संक्रमण फैलने का खतरा रहता है. इसको देखते हुए यह फैसला लिया गया. वहीं जांच के लिए मशीनें भी बढ़ाई गई है. एयरपोर्ट पर रैपिड पीसीआर मशीनों की संख्या 95 पर पहुंच गई है. पहले ऐसी 30 मशीनें लगाई गई थीं.
वहीं गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने निर्देश दिया है कि प्रदेश में हर दिन करीब 20 लाख डोज का लक्ष्य रखकर कार्य किया जाए (Covid Vaccination in UP) . इसके लिए शहरी इलाकों के साथ ही ग्रामीण इलाकों के बूथों पर सक्रियता बढ़ाई जाए. बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए जांच की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. मुख्यमंत्री गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर उच्च स्तरीय बैठक को संबधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण की नीति के प्रभावी क्रियान्वयन से राज्य में कोविड संक्रमण नियंत्रित स्थिति में है. इसलिए इसे निरंतर बनाए रखा जाए.