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यूपी: वाराणसी के सेवापुरी में स्वास्थ्य शिविर में सीएमओ ने कहा कि मानसिक रूप से अस्वस्थ को दवा के साथ प्यार की भी होती हैं जरूरत।
वाराणसी। मानसिक स्वास्थ्य के प्रति समुदाय को जागरूक, उचित उपचार व परामर्श प्रदान कराने के उद्देश्य से नीति आयोग के आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर शुक्रवार को वृहद मानसिक स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। इस शिविर का शुभारंभ भाजपा के काशी क्षेत्र के पंचायत प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ सुजीत सिंह ने किया। इसके साथ ही सेंटर फॉर एडवोकेसी एन्ड रिसर्च सीफार के सहयोग से नाट्य संस्था ‘प्रेरणा कला मंच’ की ओर से नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया।
वहीं इस मौके पर डा.सुजीत सिंह ने कहा कि सरकार निरंतर प्रयासरत है कि समुदाय के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ मिल सके। नीति आयोग के आदर्श ब्लॉक सेवापुरी में निरंतर विकास हो रहा है। उन्होने कहा कि महिलाओं व बच्चों को स्वस्थ रखना सरकार की प्राथमिकता है। आशा कार्यकर्ताओं के जरिये सभी को स्वास्थ्य योजनाओं व कार्यक्रमों का लाभ दिया जा रहा है। महिलाओं को दृष्टिगत रखते हुए लगातार स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार किया जा रहा है।
वहीं इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने स्वास्थ्य शिविर के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होने स्वास्थ्य शिविर में आए मरीजों से उनका हाल जाना। इस दौरान उन्होने कहा कि मानसिक रोगियों के प्रति दया भाव के साथ ही साथ उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना। मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति के साथ बुरा व्यवहार नहीं करना चाहिए।
वहीं इससे उस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और जाने आंजने में वह कोई गलत कदम उठाने के लिए प्रयास कर सकता है। मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति के परिजनों को बिना कोई भेदभाव व प्रेम से रहना चाहिए। यदि हम थोड़ा सा भी सचेत होकर मानसिक रोगियों का उपचार कराने का प्रयास करें तो उनके ठीक होने की पूरी संभावना होती है।
वहीं दूसरी तरफ़ इस अवसर पर एसीएमओ व नोडल अधिकारी डा.एके गुप्ता, एसीएमओ एनएचएम डॉ एके मौर्य, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ डीपी सिंह, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ वाईबी पाठक, चिकित्सा अधिकारी डा.अतुल सिंह, प्रशासनिक अधिकारी शेषमणि, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी हरिवंश यादव तथा जिला सलाहकार डा.सौरभ सिंह ने सम्पूर्ण स्वास्थ्य शिविर का अवलोकन किया। इसके साथ ही डा.एके मौर्य, डा.डीपी सिंह, मनोचिकित्सक डा.रविंद्र कुशवाहा ने मानसिक स्वास्थ्य के लक्षण, बचाव, नियंत्रण, रोकथाम आदि को लेकर अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
वहीं दूसरी तरफ़ इस पूरे कार्यक्रम का संचालन स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र चौहान ने सफलतापूर्वक किया। इसके साथ ही सेंटर फॉर एडवोकेसी एन्ड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से नाट्य संस्था ‘प्रेरणा कला मंच’ की ओर से नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। इस मौके पर मानसिक स्वास्थ्य पर शीर्षक ‘प्यार की छाया’ और परिवार नियोजन पर शीर्षक ‘भगवान की देन’ पर जन जागरूकता नाटक कार्यक्रम किया गया।
बता दें कि वहीं स्वास्थ्य शिविर में चिकित्सकों की टीम ने कैंप में आए लगभग 925 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की। इसमें मानसिक रोग के 56 मरीजों को देखा गया तथा 97 मरीजों को परामर्श दिया गया। गैर संचारी रोगों के 134 तथा 22 आयुष्मान कार्ड बनाए गए। 89 लोगों का कोविड टीकाकरण किया गया। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 88, कुष्ठ रोग के 35, टीबी के 16, सामान्य रोगों के 152, आर्थो के 38 सहित अन्य मरीजों को देखा गया। इसके साथ ही वृद्धजन स्वास्थ्य, परिवार नियोजन व आँख की निःशुल्क चिकित्सीय परामर्श एवं दवाएं वितरित की।
वहीं इस मौके पर 17 दिव्यांगजनों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी दिया गया। इस अवसर पर डा. देवदत्त, डा. शालिनी शर्मा, डा. एके पाल, डा. करण गौतम, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र चौहान, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धक अनूप कुमार मिश्रा, ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक रानी पाल, समस्त आशा कार्यकर्ता व स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।