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यूपी: वाराणसी में स्वच्छता को लेकर वार्डों-कालोनियों के बीच होगी विकसित होंगी प्रतियोगिता।

यूपी: वाराणसी में स्वच्छता को लेकर वार्डों-कालोनियों के बीच होगी विकसित होंगी प्रतियोगिता।

                     Aaditya Keshari City Reporter

वाराणसी। अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आह्वान आत्मसात करने के साथ इसे कर दिखाने में भी बनारस सबसे आगे नजर आएगा। पीएम ने अपने वर्चुअल संबोधन में स्वच्छता को वार्षिक अभियान न बनाते हुए निरंतर जारी रखने को कहा था। इसके लिए वार्डवार प्रतियोगिता कराने का भी सुझाव दिया था। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए वाराणसी नगर निगम ने वार्डों व कालोनियों के बीच स्वच्छता व साज -सज्जा स्पर्द्धा का खाका खींच लिया है। इसे नए साल से क्रियान्वयित करने की तैयारी की जा रही है।

वहीं प्रतियोगिता की प्राथमिक संरचना के अनुसार वार्डवार स्पर्द्धा के साथ ही कालोनियों को दूसरी श्रेणी में रखा जाएगा। टाप थ्री में आने वाली कालोनियों व वार्डों में को सबसे स्वच्छ का प्रमाण पत्र तो दिया ही जाएगा, नगर निगम की ओर से स्मार्ट सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। इस प्रतियोगिता में वे प्रतिष्ठान भी शामिल होंगे जो बल्क में वेस्ट जेनरेट करते हैं।

वहीं दूसरी तरफ़ स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में तीन पायदान पिछडऩे के बाद देश भर की रैंकिंग में 30वां स्थान पाने वाला वाराणसी शहर इस तरह आगामी सर्वेक्षण के लिए भी तैयार हो जाएगा। नगर आयुक्त प्रणय सिंह का मानना है कि इससे जहां लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता आएगी तो क्षेत्रवार स्वच्छता का मानक भी जनभागीदारी से पूरा किया जा सकेगा।

वहीं योजना के तहत स्वच्छता की प्रतिस्पर्धा में टाप थ्री में आने वाली कालोनी की सड़कें व पार्क स्मार्ट होंगे। सीवेज निस्तारण व पेयजल की सुविधा बिल्कुल दुरुस्त रहेगी। पार्क में ओपेन जिम लगाया जाएगा। खुले में रखे डस्टबिन गायब हो जाएंगे। घर-घर कचरा उठान के साथ ही नियमित तौर पर सफाई कराई जाएगी।

बता दें कि वहीं शहर के प्रतिष्ठानों के बीच होने वाली प्रतिस्पर्द्धा में एक सौ किलो कचरा प्रतिदिन जनरेट करने वाले होंगे। इस तरह के होटल, रेस्टोरेंट, वैवाहिक लान आदि को शामिल करते हुए उन्हें कचरा प्रबंधन के मानक से अवगत कराया जाएगा। मानक में आने वाले प्रतिष्ठानों को अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। अपार्टमेंट्स को भी इस प्रतियोगिता से जोड़ा जाएगा और पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाएगा।

वहीं दूसरी तरफ़ महापौर सम्मेलन के दौरान पीएम ने नदियों के नाम से उत्सव मनाने का आह्वान किया है। हालांकि बनारस में पहले से ही गंगा महोत्सव मनाया जा रहा है लेकिन यहां वाराणसी को नाम देने वाली दो नदियां वरुणा-अस्सी भी हैं। पर्यटन विभाग इनके नाम से भी उत्सव मनाने की दिशा में तैयारी कर रहा है। इसे लेकर शनिवार को विभागीय स्तर पर चर्चा भी की गई। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव ने कहा कि इसके लिए प्रस्ताव बना कर शासन को भेजेंगे।