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यूपी: सलेमपुर बघाई गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय के शौचालय का धराशायी छज्जा विभागीय भ्रष्टाचार लापरवाही आई सामने।

यूपी: सलेमपुर बघाई गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय के शौचालय का धराशायी छज्जा विभागीय भ्रष्टाचार लापरवाही आई सामने।


गाजीपुर। सलेमपुर बघाई गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय के शौचालय का धराशायी छज्जा विभागीय भ्रष्टाचार की कहानी बयां कर रहा है। ठेकेदार बने हेडमास्टर ने ग्राम प्रधान से मिलकर घटिया निर्माण सामग्री से 2005 में इस विद्यालय का निर्माण कराया। घटिया निर्माण का आलम यह है कि शौचालय की दीवार से छज्जे के सरिया ज्वाइंट नहीं थे। 

वहीं दूसरी तरफ़ वह इतने कमजोर हो गए थे कि एक पांच वर्ष के बालक का वजन भी नहीं बर्दाश्त कर पाए। फिलहाल विभागीय अधिकारी उक्त विद्यालय का पूरा रिकार्ड खंगालने में लगे हुए हैं। इसका निर्माण कराने वाले हेडमास्टर कम ठेकेदार व ग्राम प्रधान का नाम और रिकार्ड ढूंढा जा रहा है।

वहीं दूसरी तरफ़ सलेमपुर बघाई गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में मंगलवार की दोपहर शौचालय का छज्जा गिरने से उसके मलबे में दबकर पांच वर्षीय छात्र आदित्य की मौत हो गई। घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय प्रशासन के अलावा डीएम मंगला प्रसाद सिंह, एसपी रामबदन सिंह व बीएसए हेमंत राव घटना स्थल पर पहुंचे और निरीक्षण किया। डीएम ने शौचालय का निर्माण कराने वाले के विरूद्ध मुकदमा कायम करने का निर्देश बीएसए को दिया।

बता दें कि शौचालय का छज्जा गिरने से बालक की मौत के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों में खलबली मच गई है। डीएम ने शौचालय का निर्माण कराने वाले के खिलाफ मुकदमा कायम कराने के साथ ही दक्षिणी तरफ स्थित दो के कक्ष के सामने स्थित बरामदे के छत को ध्वस्त कराकर नए सिरे से निर्माण कराने एवं शौचालय के ऊपर लटक रहे पेड़ के डाल को छांटने व चहारदीवारी के आसपास सफाई कराने का निर्देश बीएसए हेमंत राव को दिया। शौचालय के दरवाजे के ऊपर बने छज्जे का डीएम ने बारीकी से निरीक्षण किया तो सरिया न होने पर नाराजगी जताई।

वहीं आदित्य को पीएचसी सादात ले जाए जाने के बाद शाम तक दादी सुखिया देवी व बडे भाई अजय व बड़ी बहन अनीता आदित्य की मौत से अंजान थे। पड़ोस के लोग उन्हें बार-बार यही सांत्वना दे रहे थे कि आदित्य ठीक है और उसका इलाज सादात मे चल रहा है। मां किरता देवी आदित्य के साथ थी, जो शव से लिपटकर दहाड़े मारकर रो रही थी। पिता विरेंद्र यादव दो दिन पूर्व बीते रविवार को काम-काज के सिलसिले में गुजरात के लिए रवाना हुए थे और आज पहुंच जाने की सूचना भी स्वजनों को दी थी। वह गुजरात की प्राइवेट कंपनी मे वाचमैन का काम करते हैं। बड़ा भाई अंकित यादव पहले से ही राजकोट के किसी कंपनी में काम करता है।