UP news
यूपी: चंदौली में सपा विधायक प्रभुनारायण यादव सहित डेढ़ सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ़ दर्ज एफआइआर।
चंदौली। मुख्यमंत्री के आमगन के दौरान रविवार को राजकीय कार्यक्रम में बाधा पहुंचाने के आरोप में सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव व सपा नेता संतोष यादव के साथ ही 150 अज्ञात पर बलुआ थाना में मुकदमा दर्ज कर लिया है। कार्यक्रम स्थल पर जाने से रोके जाने पर पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच टकराव हुआ था। इस पर पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई की है। इससे खलबली मची है। पुलिस अज्ञात लोगों को चिह्नित करने में जुटी है।
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ चंदौली के रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम की तपोस्थली के शिलान्यास के लिए आए थे। विभिन्न मांगों को लेकर सीएम को पत्रक सौंपने के लिए सपा कार्यकर्ता का समूह कार्यक्रम स्थल की ओर जा रहा था। एसडीएम अजय मिश्रा और सीओ अनिरुद्ध सिंह ने उन्हें लक्ष्मणगढ़ गांव के पास रोक दिया। सपा कार्यकर्ता नहीं माने और पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़कर आगे बढ़ने लगे। इसी बीच पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हे काबू में करने की कोशिश की।
वहीं दूसरी तरफ़ इस दौरान सकलडीहा से सपा विधायक प्रभुनारायन सिंह यादव और सीओ अनिरुद्ध सिंह के बीच काफी गर्मागर्म बहस भी हुई। विधायक ने सीओ के सिर से अपना सिर टकरा दिया और पुलिस की लाठी छीन ली। इससे मामला बिगड़ गया। पुलिस ने लाठीचार्ज कर कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया था। एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि सपा कार्यकर्ताओं ने निषेधाज्ञा का पालन नहीं किया। ऐसे में दो नामजद और डेढ़ सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
बता दें कि सीएम योगी की जनसभा के दौरान सपा विधायक, कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच भिड़ंत के मामले को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने संज्ञान लिया है। उन्होंने अपने आधिकारिक फेसबुक पर इसको लेकर कमेंट किया। इसे सपा का माफियाओं वाला चरित्र बताते हुए बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। डिप्टी सीएम ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा है कि चंदौली में पुलिसकर्मियों व डिप्टी एसपी के साथ अभद्रता व हाथापाई सपा का गुंडों, अपराधियों व माफियाओं वाले चरित्र को उजागर करता है। यह नई सपा नहीं वही सपा हैै। कानून व्यवस्था के साथ खेलने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।