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यूपी: वाराणसी बीएचयू डीबीआरएल लैब में सात सैंपल की हुईं जीनोम सिक्वेंसिंग, बुधवार तक आएगी ओमिक्रोन की रिपोर्ट।
वाराणसी। चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू स्थित गैस्ट्रोएंट्रोलाजी विभाग के एक डाक्टर व मरीज के कोरोना पाेजिटिव पाए जाने के बाद लोगों में दहशत और बढ़ गई है। इसके साथ ही गाजीपुर व वाराणसी को मिला कर सात लोग कोरोना पोजिटिव मिले हैं। क्या ये कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से पीड़ित तो नहीं है इसकी जांच सोमवार से संस्थान स्थित एमआरयू लैब में शुरू होने जा रही है। इसकी तैयारी शनिवार से ही कर दी गई। यहां पर जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच रिपोर्ट बुधवार तक आने की संभावना जताई जा रही है। इसके बाद ही किसी परिणाम पर पहुंचा जा सकता है।
वहीं मालूम हो कि आइएमएस का एमआरयू लैब प्रदेश के प्रमुख लैब में से एक है। यहां पर प्रतिदिन छह हजार सैंपल की जांच होती है। वहीं कोरोना की दूसरी लहर के बाद सरकार की ओर से इस लैब को हाईटेक जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन मुहैया कराई गई। इसकी क्षमता एक बार में 500 सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग करने की है। इससे पहले जो मशीन थी उसकी क्षमता 100 सैंपल की थी। लैब की प्रभारी प्रो. रोयना सिंह ने बताया कि वाराणसी व गाजीपुर में जो सात मामले पाए गए हैं उनके सैंपल की छह दिसंबर से जीनोम सिक्वेंसिंग की जाएगी। इसका परिणाम बुधवार तक आ सकता है।
बता दें कि बीएचयू के डाक्टर गुवाहाटी से कुछ दिन पहले ही यहां लौटे थे, जो कोरोना पोजिटिव पाए गए हैं। इसके अलावा गैस्ट्रोएंट्रोलाजी व यूरोलाजी के एक-एक मरीज हैं। इनका आपरेशन होना है। इससे पहले जब इनकी कोरोना जांच हुई तो ये पोजिटिव पाए गए हैं। इसमें गाजीपुर की एक महिला है। इसके अलावा वाया मुंबई फ्रांस से आई एक महिला भी कोरोना पोजिटिव पाई गई है, जिसे एक होटल में क्वारंटाइन किया गया है। इसके अलावा गाजीपुर में अमेरिका से एक परिवार लौटा था, जिसमें से तीन लोग पोजिटिव पाए गए थे। बताया जा रहा है कि इसमें सबसे अधिक मामले शादी समारोह में शामिल होने के बाद पाए गए हैं।
वहीं कोरोना ने दूसरी लहर में जो तबाही मचाई वह सभी देखा है। सबसे अधिक उन्हीं लोगों की मौत हुई जिन्होंने कोरोना का टीका नहीं लगवाया था। अब फिर से कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रोन की आहट के बाद अधिक से अधिक लोग टीका लगवा रहे हैं। शुक्रवार को एक ही दिन में 57817 लोगों ने कोरोना का टीका लगवाकर अपने आप व अपने परिवार को सुरक्षित किए। अभी तक जिले में 37 लाख से अधिक कोरोना की डोज लगाई जा चुकी है। प्रशासन ने रविवार को छुट्टी होने के बाद ही लोगों के लिए 91 केंद्र खोले हैं। ताकि लोग कोरोना का टीका ला सकें।