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यूपी: वाराणसी चितईपुर में पैतृक मकान और संपत्ति के विवाद में जमकर मारपीट के दौरान चली गोली।

यूपी: वाराणसी चितईपुर में पैतृक मकान और संपत्ति के विवाद में जमकर मारपीट के दौरान चली गोली।


वाराणसी। चितईपुर थाना क्षेत्र के सुंदरपुर स्थित विश्वकर्मा टोला में रहने वाले अशोक मिश्रा व उनके चाचा डॉ. रामप्रसाद मिश्रा के बीच पैतृक घर और जमीन को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा है जिसके लिए दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमा कोर्ट में भी चल रहा है। अशोक मिश्रा परिवार के साथ पुराने घर में रहते हैं। डॉ. रामप्रसाद का बेटा अमित घर सामने में टिनशेड डालकर रहता है। जबकि, रामप्रसाद करौंदी में मकान बनवाकर परिवार के साथ रहते हैं। 

वहीं दूसरी तरफ़ इनका बेटा अमित गुरुवार को अपने दोस्त अजय सिंह निवासी शुक्लाहा मिर्जापुर के साथ बैठा था। इसी दौरान अमित का बड़ा भाई प्रवीण खाना लेकर पहुंचा जहां पहले से घात लगाकर बैठे पड़ोसी अपने बहनोई जयप्रकाश नारायण उपाध्याय व भांजा दिवाकर, रत्नाकर बहन सरोज व निशा, पत्नी वंदना और बेटी अंजली के साथ मिलकर प्रवीण पर हमला कर दिए। आवाज सुनकर भीतर बैठे अमित और और अजय बचाने के लिए पहुंचे जिनके ऊपर सभी टूट पड़े। 

वहीं इसी बीच अमित का छोटा भाई प्रशांत पहुंचा उसकी भी पिटाई कर दिए। मारपीट के दौरान मोहल्ले के लोग जुट गए। भीड़ होते देख दिवाकर अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से लक्ष्य कर चार राउंड फायरिंग किया लेकिन किसी को गोली नही लगी। गोली चलाने के बाद सभी मौके से भाग निकले। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीन घायलों को ट्रामा सेंटर भेजवाया।

वहीं दूसरी तरफ़ मौके पर डीसीपी काशी अमित कुमार एसीपी भेलुपुर प्रवीण कुमार, चितईपुर एसओ रिजवान बेग ने फोर्स के साथ पहुंचकर घटना की जानकारी और निरीक्षण किये। एसओ ने बताया कि डॉ. रामप्रसाद की तहरीर पर अशोक मिश्रा, जयप्रकाश नारायण ,दिवाकर उपाध्याय, रत्नाकर, निशा, सरोज, वंदना, अंजली के खिलाफ हत्या का प्रयास, बलवा मारपीट सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। बीते 28 नंबर को भी मारपीट दोनों पक्षों में हुई थी। रामप्रसाद की तहरीर पुलिस मुकदमा दर्ज की थी।

बता दें कि वहीं मूल रूप से मीरजापुर के जमालपुर के रहने वाले इंद्रदेव मिश्रा बीएचयू में नौकरी करते थे। उन्होंने सुन्दरपुर के विश्वकर्मा टोला में पौने दो विस्वा का एक प्लाट खरीद कर घर बनवाया था और उसके सामने एक बिस्वा जमीन खरीदा। इंद्रदेव के दो बेटों में रामसूरत बीएचयू में सेक्शन ऑफिसर से रिटायर्ड होने के बाद मौत हो गई। उनके तीन बेटों में विजय शंकर, अशोक और रमाशंकर तथा दो बेटी हैं। जिसमें निशा की शादीशुदा और सरोज की शादी नहीं हुई है। दोनों अधिवक्ता हैं और यहीं रहती हैं। डॉक्टर रामप्रसाद के तीन बेटे प्रवीण अमित और प्रशांत हैं। इसी प्रापर्टी को लेकर विवाद और जिला न्यायालय में मुकदमा चल रहा है।

वहीं गोली चलने की सूचना पर मौके पर जांच करने पहुंचे डीसीपी काशी अमित कुमार से पड़ोस में रहने वाले सेवानिवृत्त शिक्षक बब्बनराम ने बताया कि उनका बेटा मारपीट का वीडियो बना रहा था। तभी दिवाकर उनके घर में घुसकर रिवाल्वर दिखाकर गोली मारने की धमकी दी। वहीं प्रापर्टी के विवाद को लेकर दोनों पक्षों में कई बार मारपीट और दोनों तरफ से चार बार लंका थाने में मुदकमा भी दर्ज कराया जा चुका है। लंका पुलिस ने जिस मकान का विवाद है उसके लिए संपत्ति कुर्क की कार्रवाई भी की है लेकिन अभी वह प्रक्रिया में चल रहा है। संपत्ति को लेकर एक पक्ष से दो अधिवक्ता महिलाओं ने भी अपने हक का दावा किया है। बीते 28 नंबर को भी दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी।