Headlines
Loading...
यूपी: वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी का गंगा में होगा ढाई घंटे का सफर, जलयान से निहारेंगे मनोहारी दृश्य।

यूपी: वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी का गंगा में होगा ढाई घंटे का सफर, जलयान से निहारेंगे मनोहारी दृश्य।


वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काशी में प्रवास करेंगे। इस दौरान महादेव व गंगा के अटूट संबंध को एकाकार होते नए धाम का लोकार्पण करेंगे। गंगा के रास्ते उनका आना-जाना होगा। प्रारंभिक गणना के अनुसार करीब ढाई घंटे तक पीएम मोदी गंगा में सफर करेंगे।

वहीं इस दौरान गंगा आरती में भी शामिल होंगे। देव दीपावली जैसे उत्सव के मनोहरी दृश्य को जलयान में ही सवार होकर निहारेंगे। इस बाबत केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पहली बार प्रधानमंत्री मोदी गंगा में भ्रमण के दौरान भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ होंगे। गंगा के दोनों किनारों रिवर फ्रंट को लाइटिंग से सजाया जाएगा। घाटों को दीपों से रोशन किया जाएगा। 

वहीं दूसरी तरफ नावों पर लाइटिंग की जाएगी। गंगा किनारे की इमारतें भी रोशनी से जगमग होंगी। घाटों पर प्रधानमंत्री के साथ यहां आने वाले विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों का भी कट आउट लगाया जाएगा।

वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रदेश महामंत्री तरुण चुग ने बताया कि 14 दिसंबर को देश भर से आए मुख्यमत्रियों का सम्मेलन होगा। बरेका में आयोजित किया जाएगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे। बताया कि भाजपाशासित 14 प्रदेशों से मुख्यमंत्री आएंगे। 

बता दें कि इसके अलावा तीन उप मुख्यमंत्री होंगे। बताया कि हर छह माह में मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री मोदी की बैठकें होती रही हैं लेकिन बीते कोरोना संक्रमण काल में यह क्रम टूट गया था। एक बारगी फिर से काशी बैठकों का दौर प्रारंभ होने जा रहा है।

वहीं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि 14 दिसंबर को दोपहर लंच तक सम्मेलन चलेगा। इसका एजेंडा अच्छा शासन होगा। इसमें कोरोना काल से पहले, कोरोना काल के दौरान और आगामी चुनौतियों से निबटने के लिए चर्चा की जाएगी। बताया कि बीते पांच साल में विकास, कार्यशैली व जवाबदेही की कसौटी पर उप्र में बेहतरीन काम हुआ है। कोई भी योजनाओं का क्रियान्वयन उप्र की सफलता पर निर्भर करता है। यही वजह है कि ऊर्जा गंगा परियोजना को लागू करने के लिए मैंने उप्र के काशी को चुना।