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यूपी: वाराणसी के काशी फिल्म फेस्टिवल में हेमामालिनी की नृत्य नाटिका और महिषासुर मर्दिनी की प्रस्‍तुति ने दर्शकों को किया मंत्र मुग्‍ध।

यूपी: वाराणसी के काशी फिल्म फेस्टिवल में हेमामालिनी की नृत्य नाटिका और महिषासुर मर्दिनी की प्रस्‍तुति ने दर्शकों को किया मंत्र मुग्‍ध।

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वाराणसी। काशी फिल्म फेस्टिवल के दूसरे दिन मंगलवार की शाम को प्रख्‍यात अभिनेत्री और नृत्यांगना हेमामालिनी के नाम रही। सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के सभागार में शिव-पार्वती विवाह का मंचन हुआ, जिसमें पूरा देवलोक नाच उठा। हेमामालिनी की नृत्य नाटिका और महिषासुर मर्दिनी रूप ने सभागार में बैठे दर्शकों को पूरे दो घंटे मंत्र मुग्‍ध किए रखा।

वहीं हेमामालिनी ने गंगा नृत्य, पार्वती, नौदुर्गा रूप, चंडी, सती समेत कई रूप में नृत्य प्रस्तुत किया। इस दौरान शिव-पार्वती विवाह और महिषासुर का वध पूरे गीत-संगीत और शास्त्रीय नृत्य में पिरोकर दिखाया गया। इस दौरान सभागार में बैठे लोग कुर्सी छोड़ नहीं पाए। नृत्य नाटिका के बाद हेमामालिनी ने कहा कि वाराणसी आज इतना महत्वपूर्ण हो गया है कि यहां आने के लिए टिकट ही नहीं मिल रहा है।

वहीं दूसरी तरफ़ काशी अब सिर्फ प्राचीन शहर ही नही रह बल्कि आधुनिक शहर भी हो गया है।। रोडवेज़, एयरवेज, पोर्ट, रोड सभी क्षेत्रों में विकास हुए हैं। ये बातें आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत वाराणसी में आयोजित काशी फ़िल्म महोत्सव के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे सूचना एवं प्रसारण मंत्री, भारत सरकार श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कही। दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण अभिनेत्री और सांसद हेमा मालिनी और रवि किशन का सांस्कृतिक प्रस्तुति भी रहा। मंगलवार को महोत्सव के दौरान दो विषयों पर परिचर्चा का आयोजन हुआ।

वहीं सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि फ़िल्म महोत्सव के लिए संगीत, ज्ञान, अध्यात्म की धरती काशी से बेहतर कोई जगह नहीं हो सकती है। इतने शानदार आयोजन के लिए यूपी सरकार को बधाई। माननीय मंत्री ने कहा की यह कन्वेंशन सेन्टर के रूप में माननीय मोदी जी ने उत्तम स्थान दिया है। काशी बदल गया है और बदलाव जुड़ता जा रहा है। काशी कोरीडोर के रूप में ऐसी विरासत बचाने का कार्य 250 साल के इतिहास पहली बार हुआ है। फ़िल्म महोत्सव के बारे में उन्होंने कहा कि यह समारोह आगे भी आयोजित होगा। इससे यहां के टूरिज्म के साथ स्थानीय कलाकारों को भी फ़ायदा मिलेगा।

वहीं दूसरी तरफ़ मंगलवार को कन्वेंशन सेन्टर में भगवान शिव और दुर्गा पर आधरित नाटिका की प्रस्तुति करने वाली हेमा मालिनी ने कहा मैं यहां कई बार नृत्य प्रस्तुति कर चुकी हूं। 16 साल की उम्र में यहां पहली बार किया नृत्य हमारे लिए खास है। इस बार की प्रस्तुति भी खास है क्योंकि माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में पूरा भारत प्रगति की ओर अग्रसर है। उन्होंने काशी कोरीडोर के रूप में एक ऐतिहासिक उपहार दिया है। 

वहीं इसे सभी लोग देखने आ रहे जिससे वाराणसी आने का टिकट कम पड़ जा रहा है। मशहूर फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि काशी में मानसिक रूप से विकास अब शुरू हुआ है। पिछले सात सालों में यहां बहुत काम दिखाई दिया है। काशीवासी भाग्यशाली हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां से सांसद हैं। अनुपम खेर काशी फिल्म फेस्टिवल के दूसरे दिन मंगलवार को रूद्राक्ष में वाराणसी एम सांस्कृतिक, पौराणिक और ऐतिहासिक विरासत से एक आधुनिक शहर की यात्रा विषय पर पैनल चर्चा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा है कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्रीज बहुत ही सशक्त है लेकिन इसकी ताकत का कम इस्तेमाल हुआ है।

वहीं दूसरी तरफ़ सिनेमा ऐसा माध्यम है जिसके जरिए चीजें पूरे विश्व में पहुंचती हैं। लेकिन स्थिति यह है अपने ही लोग इसका मजाक उड़ाते हैं। पिछले 100 सालों में हमारा सिनेमा जगत बहुत ही रीच हुआ है। हम लोगों को अपनी मानसिकता बदलनी पड़ेगी। क्योंकि आजाद हुए हमें 72 साल हो गया। किसी पार्टी का सांसद या उससे जुड़े होने से पहले हम स्टार हैं।