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यूपी: वाराणसी में पांच लाख लीटर दूध उत्पादन क्षमता वाले अमूल प्लांट का शिलान्यास करेंगे पीएम नरेन्द्र मोदी।
वाराणसी। 23 दिसंबर को काशी आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करखियांव में बनने वाले पांच लाख लीटर दूध उत्पादन क्षमता वाले बनास डेयरी (अमूल) प्लांट की नींव रखेंगे। इसके बाद प्लांट निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। उम्मीद है कि 15 से 18 माह में यह प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा। इसका शिलान्यास पीएम मोदी जनसभा में करेंगे। इसमें एक लाख से अधिक किसान मौजूद रहेंगे।
वहीं दूसरी तरफ़ जनसभा की तैयारी को लेकर बुधवार को भाजपा के प्रदेश सहप्रभारी सुनील ओझा व भव्य-दिव्य काशी अभियान के संयोजन नागेन्द्र सिंह रघुवंशी ने मौका मुआयना किया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक हुई। इसमें कार्यकर्ताओं को जरूरी निर्देश दिए गए। 32 एकड़ भूमि में प्लांट के निर्माण होने के बाद पूर्वांचल के पांच हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
वहीं दुग्ध उत्पादकों को कंपनी अपने लाभांश का कुछ प्रतिशत भी वर्ष के अंत में भुगतान करेगी। कंपनी के पशु चिकित्सक डा. एसवी पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवाओं को रोजगार देने के उद्देश्य से काशी में इस प्लांट की नींव रख रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस प्लांट में अत्याधुनिक मशीनें लगाई जाएंगी।
बता दें कि वहीं शिलान्यास के बाद प्लांट निर्माण का काम शुरू तो होगा ही इसके साथ-साथ कंपनी के अधिकारी 50 किलोमीटर परिधि क्षेत्र के गांवों को जोड़ने में जुट जाएंगे। तैयारी यह भी है कि कंपनी हर गांव में दूध कलेक्शन सेंटर खोलेगी। इसके लिए हर गांव में दूध क्रय समिति बनाई जाएगी। जो स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रासेस (एसओपी) के तहत दूध खरीदेंगी। हर गांव का रूट बनाया जाएगा। निर्धारित समय पर कंपनी की गाड़ी से दूध का कलेक्शन किया जाएगा।
वहीं दूर-दराज के गांवों से दूध खरीदकर प्लांट तक लाने के लिए बीच में एक चिलिंग सेंटर बनाया जाएगा। जिससे दूध खराब न हो। इससे यह सुविधा मिली कि रात का दूध समिति एकत्रित करके चिलिंग सेंटर में रख देगी। सुबह कंपनी की गाड़ी जाकर एकत्रित दूध को प्लांट तक लाएगी।
वहीं दूसरी तरफ़ प्लांट शुरु होने के बाद अच्छे नस्लों के पशुओं के लिए कंपनी कृत्रिम गर्भाधान की व्यवस्था करेगी। जिससे कि अधिक दुग्ध उत्पादन हो सके। साथ-साथ उत्पादकर्ता अधिक मुनाफा कमा सके। कंपनी की ओर से दुग्ध उत्पादकों को उच्च गुणवत्ता वाला पशु आहार भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए अलग समिति होगी। यह पशु आहार सामान्य पशु आहार की तुलना में दो से तीन लीटर तक दूध के उत्पादन को बढ़ाएगा। इस प्लांट में दूध के अलावा आइक्रीम, पनीर, खोवा, घी, मक्खन का भी उत्पादन किया जाएगा।