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यूपी: आगरा फीरोजाबाद जिला जेल के बंदी नहीं आएंगे अब डिप्रशेन में।
आगरा। फीरोजाबाद शहर के भीम नगर से दो बच्चों को अगवा करने के आरोप में एक साल से अधिक समय से जिला कारागार में बंद अभय जादौन ने 26 नवंबर को न्यायालय परिसर स्थित हवालात में विषाक्त पदार्थ खाकर जान देने की कोशिश की थी। वहीं दो पिछले साल अगस्त में शहर के सराफा बाजार में मौसेरे भाई को उनकी दुकान पर दिनदहाड़े जिंदा जलाने के आरोपित रोबिन वर्मा ने अस्थाई जेल की टायलेट में फंदे से लटक कर खुदकुशी कर ली थी।
वहीं दूसरी तरफ़ फीरोजाबाद मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराए गए अभय जादौन का कहना था कि वह पेट दर्द से परेशान था। तनावग्रस्त भी रहता है। इस कारण से उसने जान देने की कोशिश की थी। रोबिन वर्मा की खुदकुशी के मामले में भी यही माना गया था कि घटना के बाद से वह तनाव में रहने लगा था। इस कारण उसने यह कदम उठाया। ये दो मामले यह साबित करते हैं कि कई बंदी अलग अलग कारणों से तनावग्रस्त रहते हैं।
वहीं बंदियों को तनाव मुक्त बनाने के लिए जिला जेल प्रशासन अब समय समय पर जादू समेत मनोरंजन के अनेक कार्यक्रम कराएगा। जेल की 19 बैरकों में 855 बंदियों को रखने की क्षमता है, लेकिन दोगुने से अधिक बंदी यहां हैं। इनमें 107 महिला बंदी और बाकी पुरुष हैं। महिला बंदियों के साथ उनके 12 छोटे बच्चे भी रह रहे हैं। परिवार से दूर रहने आदि कारणों से अनेक बंदी तनाव में आ जाते हैं।
बता दें कि बंदी तनाव में न आएं, इसके लिए जेल प्रशासन समय-समय पर मनोरंजन के कार्यक्रम कराएंगे। जेल अधीक्षक अनिल कुमार राय ने बताया कि समय समय पर जादू के कार्यक्रम कराए जाएंगे। 25 दिसंबर को क्रिसमस डे पर भी सांस्कृतिक कार्यक्रम कराने की योजना है। कुछ दिन पहले कवि सम्मेलन का भी आयोजन कराया गया था। उन्होंने बताया कि ऐसे कार्यक्रमों से बंदियों को मानसिक मजबूती मिलेगी।