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यूपी: वाराणसी में यूपी बोर्ड नकल के दाग से मुक्त हुए काशी के विद्यालय, बोर्ड ने जारी की डिबार विद्यालयों की सूची।
वाराणसी। यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटर की प्रायोगिक परीक्षाएं फरवरी 2022 में प्रस्तावित हैं। लिखित परीक्षाएं मार्च में होने की संभावना जताई जा रही है। बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी में अभी से जुटा हुआ है। परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। इस क्रम में बोर्ड ने दागी विद्यालयों की सूची भी जारी कर दी, ताकि इन विद्यालयों को केंद्र न बनाया जा सके। इसमें बनारस के एक भी विद्यालय नहीं हैं। जनपद के सभी विद्यालय अब नकल के दाग से पूरी तरह मुक्त हो गए हैं।
वहीं डीआइओएस डा. विनोद कुमार राय ने बताया कि सामूहिक नकल के आरोपी विद्यालयों को तीन वर्ष के लिए डिबार किया जाता है। पिछले तीन वर्षों में बनारस के किसी भी केंद्र में सामूहिक नकल की शिकायत नहीं मिली थे। ऐसे में बोर्ड की ओर जारी काली सूची में जनपद के विद्यालय शामिल नहीं हैं।
बता दें कि परीक्षा केंद्रोंं के भौतिक सत्यापन के लिए डीएम कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति भी गठित कर दी है। मुख्य समिति के अलावा तहसील स्तर पर चार सदस्यीय तीन उपसमितियां भी गठित की गई हैं। पिंडरा को छोड़कर सदर व राजातालाब तहसील से रिपोर्ट आ चुकी है।
वहीं डीआइओएस ने बताया कि परीक्षा केंद्र को मनमाने तरीके से परीक्षार्थी आवंटित नहीं किए जाएंगे। समिति विद्यालयों में परीक्षार्थियों की क्षमता का आकलन करने के बाद भी परीक्षार्थी आवंटित करेंगी। इस बार भी परीक्षा केंद्रों का निर्धारण प्रयागराज मुख्यालय से सीधे आनलाइन किया जाएगा। इसके लिए करीब 400 विद्यालयों में उपलब्ध भौतिक संसाधनों का विवरण बोर्ड को भेजा जा चुका है।
वहीं दूसरी तरफ़ स्थानीय स्तर पर विद्यालयों के भौतिक सत्यापन के बाद ही परीक्षा केंद्रों को अंतिम रूप दिया जाएगा। परीक्षा केंद्रों के मानक में गत वर्ष की भांति वायस रिकार्डरयुक्त सीसी कैमरा अनिवार्य है। ऐसे विद्यालय ही केंद्र बनाए जाएंगे। इसके अलावा समिति से बाउंड्रीवाल सहित अन्य कई मानकों का भी पड़ताल कर रिपोर्ट मांगी गई है।