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यूपी: चंदौली में फर्जी तरीके से आधार और पैन कार्ड द्वारा धानी एप से लोन लेने वाले छह लोग हुए गिरफ्तार।
चंदौली। फर्जी ढंग से लोगों के आधार व पैन कार्ड लेकर उनके नाम पर DHANI एप्लिकेशन से 10-10 हजार लोन लेने वाले छह जालसाजों को पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 94,920 रुपये नकदी, पांच लाख रुपये कीमत से 20 मोबाइल, 13 पासबुक, तीन वोटर कार्ड, 16 चेक बुक, 10 पैन कार्ड, 35 सिम कार्ड, 42 रुपे कार्ड, 36 आधार कार्ड, एक सोने की अंगूठी, लैपटाप, दो एइपीएस मशीन, दो बाइक, एक चार पहिया वाहन समेत अन्य वस्तुएं बरामद की गईं। आरोपितों में कंप्यूटर साइंस के जानकार, बैंकों से लोन दिलाने का काम करने वाले और ओला वाहन मालिक भी शामिल हैं।
वहीं जालसाजों ने बताया कि पिछले तीन माह से फर्जीवाड़े में संलिप्त थे। अब तक लगभग 40-45 लोगों की आइडी का जुगाड़कर लोन ले चुके थे। इस पैसे को यूपीआइ (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) के जरिए अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते थे। वहीं आनलाइन खरीदारी भी करते थे। आरोपित मनी एप की कमियों का लाभ उठाकर लोगों को अपना शिकार बना रहे थे, लेकिन पुलिस को शुरूआत में भनक तक नहीं लग सकी।
बता दें कि वहीं भुक्तभोगी हरवंश पांडेय ने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उनके और बेटे के नाम पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने 10-10 हजार का आनलाइन लोन लिया है। इसके बाद पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की। इलेक्ट्रानिक स्रोतों से सूचनाओं के संकलन व अन्य तफ्तीश में रैकेट का पता लगा।
वहीं दूसरी तरफ़ इसके बाद पुलिस ने गिरोह के सरगना वाराणसी के लंका थाना के सुसवाही के बिहार कालोनी निवासी दिलीप कुमार सिंह, लंका थाना के करौंदी स्थित महामनापुरी कालोनी के रहने वाले धीरज कुमार, चंदौली के सकलडीहा थाना के अवाजापुर निवासी नारायण कुशवाहा, बलुआ थाना के कैथी निवासी राहुल सिंह, भदोही के औराई थाना के पुरूषोत्तमपुर निवासी अजीत मौर्या, बिहार प्रांत के कैमूर जिले के चैनपुर थाना के रमौली निवासी प्रांजल पांडेय को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि वहीं एएसपी आपरेशन सुखराम भारती ने बताया कि पूरे रैकेट का पता लगाने के लिए गहनता के साथ छानबीन की जा रही है। वहीं आरोपितों को खातों में पड़े लगभग 20 लाख रुपये की निकासी को ब्लाक कराने के लिए बैंकों को पत्र भेजा जाएगा।